रांची: शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने नौकरी पाने वाले हाई स्कूल शिक्षकों को बधाई दी. साथ ही हेमंत सरकार को तंज कसते हुए कहा कि हेमंत जी की परेशानियों को मैं समझता हूं. जिन नियुक्तियों को ये रघुवर सरकार का पाप कहते थे, आज उन्हीं नियुक्तियों का श्रेय लेने के लिए अखबारों में विज्ञापन छपवाना पड़ रहा है. खेलगांव में समारोह करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि आज जब हेमंत सरकार को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के आगे विवश होकर हाईस्कूल शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटना पड़ा है, तो जनता को ये जानने का हक है कि इन नियुक्तियों को रोकने के लिए हेमंत सरकार ने क्या-क्या प्रपंच किये हैं?
रघुवर दास ने कहा कि हाईस्कूल के 17,786 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया हमारी भाजपा सरकार ने 2016 में शुरू की थी. हजारों युवाओं को नियुक्ति पत्र मेरी सरकार दे चुकी थी. प्रक्रिया के अंतिम चरण में यह मामला न्यायालय में चला गया, जिसकी वजह से बाकी कि प्रक्रिया लंबित हो गयी. हेमंत सरकार ने सत्ता संभालने के बाद सबसे पहले नियुक्तियों को ठंढे बस्ते में डालने का काम किया.
उन्होंने कहा कि न्यायालय में मजबूती से पक्ष रखने की बजाय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित पूरी सरकार झारखंड के युवाओं को नौकरी नहीं मिले इसके लिए प्रयास करती रही. इतना ही नहीं हेमंत सरकार ने मेरी सरकार में शुरू की गयी नियुक्तियों से संबंधित सभी विज्ञापनों को ही वापस लेने का आदेश दिया. उन्हीं विज्ञापनों में पंचायत सचिव और लिपिक का भी विज्ञापन था.
रघुवर दास ने कहा कि हेमंत सरकार को डर था कि इन नियुक्तियों का श्रेय हमारी भाजपा सरकार को जायेगा, हेमंत सरकार ने युवाओं के भविष्य को अधर में लटकाकर नियुक्तियों पर ही रोक लगा दी. आज जिन हाईस्कूल शिक्षकों की नियुक्ति का श्रेय हेमंत सरकार लेने का प्रयास कर रही है, दरअसल उसके वास्तविक हकदार हमारे युवा हैं, जिन्होंने मजबूती के साथ अपना पक्ष सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष रखा और फैसला उनके हक में आया. यह नियुक्ति हेमंत सरकार के मुंह पर युवाओं का करारा तमाचा है.



































