एटीएस में एफआईआर दर्ज, अमन साव भी बनाया गया आरोपी

रांची: एटीएस के डीएसपी नीरज कुमार और दारोगा सोनू कुमार पर हुए फायरिंग के केस में एटीएस ने अपने थाने में एफआईआर दर्ज की है. एफआईआर में जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव को भी आरोपी बनाया गया है.

इस घटना के अनुसार, झारखंड के रामगढ़ जिले के पतरातू में हुई गोलीबारी में एटीएस ने एफआईआर दर्ज की है, जिसमें दुमका जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव, चंदन साव, बॉबी साव, कथित मयंक सिंह और अन्य भी आरोपी बनाए गए हैं.

एटीएस ने इस मामले में दर्ज एफआईआर में बताया है कि दुमका जेल से बंद अमन साव द्वारा अपराधिक साजिश रची गई थी। यह गैंगस्टर जेल में रहते हुए भी सक्रिय है और उसके गुर्गे पुलिस पर हमले का भी संदेह है।

झारखंड में अमन साव गिरोह पुलिस के लिए चुनौती बन गया है, जिसके कारण रांची में कोयला कारोबारी रंजीत गुप्ता पर फायरिंग व हजारीबाग में रित्विक कंपनी के शरत बाबू की हत्या के बाद अमन साव के गुर्गो ने पुलिस पर भी हमला किया था.

एटीएस डीएसपी नीरज कुमार ने इन अपराधियों को दबोचने के लिए पतरातू में डेरा डाला था, लेकिन इस मुठभेड़ में वह और पतरातू थाने के सब इंस्पेक्टर सोनू साव दोनों को गोली लग गई। उन्हें खतरे से बाहर ले जाया गया है और वे इलाज के लिए रांची ले जाए गए हैं। डीएसपी नीरज को पेट में गोली लगी है जबकि दरोगा सोनू को जांघ में लगी है.

यह समाचार घटना बहुत गंभीर और चिंताजनक है जिसमें एटीएस और पुलिस के सदस्यों को इन गैंगस्टरों से बचने के लिए कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। हमें इस घटना की विवरण देने का काम है और हमें इस घटना के विरोधाभासी और शोकाकुल वातावरण के साथ सच्चाई का सामना करना आवश्यक है।

 

 

 

 

 

 

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