रांची: झारखंड के प्रमुख व्यापारियों में शामिल विष्णु अग्रवाल ईडी (ईनफोर्समेंट डिरेक्टोरेट) के साथ एक चिट्ठी-पत्री वाले खेल में जुटे हैं।
विष्णु अग्रवाल को आज ईडी दफ्तर में पेश होना था। ईडी के सूत्रों के मुताबिक, विष्णु अग्रवाल ने ईडी को एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने उपस्थित होने के लिए और अगले 10 दिनों की मांग की है।
ईडी ने फिर से समन जारी करते हुए उन्हें 31 जुलाई को बुलाया है।
ईडी सूत्रों के अनुसार, विष्णु अग्रवाल ने अपने पत्र में लिखा है कि वह एक दीर्घकालिक पूजा में व्यस्त हैं और इसलिए वे अगले 10 दिनों तक पूछताछ में शामिल नहीं हो सकते हैं।
हालांकि, इस संबंध में ईडी ने फिर से समन जारी करते हुए उन्हें 31 जुलाई को पेशी के लिए बुलाया है।
सोमवार को हाजिर होने की उम्मीद थी, लेकिन विष्णु अग्रवाल को बुधवार को ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए उपस्थित होना था।
रांची में चेशायर होम, पुगडू, सिरमटोली, सेना की जमीन समेत कई अन्य जमीनों की खरीद-बिक्री में विष्णु अग्रवाल की भूमिका संदेहास्पद है।
ईडी ने 17 जुलाई को पूछताछ के लिए विष्णु अग्रवाल को बुलाया था, लेकिन तब वे अपनी बीमारी के कारण उपस्थित नहीं हुए थे।
विष्णु अग्रवाल ने ईडी से तीन सप्ताह की और वक्त की मांग की थी, लेकिन एजेंसी ने अधिक वक्त नहीं देने के साथ 26 जुलाई को उपस्थिति के लिए समन भेज दिया था।
लेकिन अब एक बार फिर से पूजा पाठ का हवाला देकर विष्णु अग्रवाल ने ईडी दफ्तर में पेशी को टाल दिया।
26 जुलाई को भी विष्णु अग्रवाल को ईडी के समक्ष उपस्थित होने की उम्मीद थी, लेकिन इससे पहले संशय था कि वह बुधवार को भी एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं होगे।
स्वास्थ्य कारणों या फिर किसी अन्य वजह से उन्होंने ईडी की उपस्थिति को टाल दिया। याद दिलाए जाए कि ईडी ने पहली बार चार नवंबर 2022 को जमीन घोटाले में विष्णु अग्रवाल के ठिकानों पर छापेमारी की थी, और उसके बाद भी उन्हें तीन बार पूछताछ के लिए समन जारी किया गया था।
गौरतलब है कि रांची में फर्जी दस्तावेज बनाने वाले अफसर खान की गिरफ्तारी के बाद कई खुलासे हुए थे।
विष्णु अग्रवाल ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर ही चेशायर होम रोड की जमीन खरीदी थी, और इस जमीन की डील में प्रेम प्रकाश की भूमिका जांच में सामने आई है।
वहीं, पुगडू में 9.30 एकड़ खास महल जमीन की खरीद में भी फर्जीवाड़ा सामने आया है।