कोडरमाः बिहार-झारखंड को जोड़ने वाली कोडरमा घाटी के मेघातरी में समेकित चेक नाका के लिए बने आधारभूत संरचना का इस्तेमाल आने वाले दिनों में सौगात के रूप में किया जाएगा. जिससे बिहार-झारखंड के लोगों को आने वाले समय में फायदा मिलेगा. करोड़ों की लागत से इस मेघातरी में समेकित चेक नाका के लिए आधारभूत संरचना तैयार की गई थी, लेकिन पूरे देश में जीएसटी लागू होने के बाद इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सका और धीरे-धीरे ये संरचनाएं कबाड़ में तब्दील होती जा रही है.
जिले के उप विकास आयुक्त ऋतुराज ने बताया कि जिला परिषद के प्रयास से इस आधारभूत संरचना को फिर से डेवलप किया जाएगा और सौगात के रूप में इसका इस्तेमाल हो सकेगा. बिहार-झारखंड की सीमा पर अवस्थित मेघातरी में बस स्टैंड भी संचालित है. ऐसे में इन संरचनाओं में दुकान और मार्केट कंपलेक्स भी खोले जाएंगे. ताकि आने जाने वाले यात्रियों को फायदा मिले. इसके अलावे स्थानीय लोगों को रोजगार से भी जोड़ा जा सकेगा.
हाल के दिनों में जिला परिषद की हुई बैठक में यह निर्णय लिया जा चुका है. आयुक्त ऋतुराज ने बताया कि बिहार झारखंड कि सीमा पर अवस्थित मेघातरी में सुविधा बहाल होने से दोनों राज्यों के लोगों को फायदा मिलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा.
रिपोर्टः अमित कुमार