पटना : भारत की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का पटना आगमन हो गया है। उनके कर कमलों से चतुर्थ कृषि रोड मैप 2023-28 का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, सीएम नीतीश कुमार, विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, मंत्री विजय कुमार चौधरी, मंत्री तेजप्रताप यादव, मंत्री संजय झा, मंत्री लेसी सिंह के अलावे, कृषि, सहकारिता, उद्योग और वन एवं पर्यावरण समेत इससे जुड़े 12 विभागों के मंत्री व अफसर मौजूद हैं। इसके अलावे बड़ी संख्या में किसान और कृषि वैज्ञानिक भी इस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू किसानों को संबोधित की। उन्होंने एक बड़ा बयान भी दिया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि प्रेसिडेंट के बाद हम भी खेती करने के लिए गांव जाएंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि मॉडर्न एग्रीकल्चर को बढ़ावा मिलेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि बिहार भगवान बुद्ध और अशोक की धरती है। उन्होंने सम्पूर्ण मानवता को शांति और सद्भाव का पाठ पढ़ाया है। आप इस पावन धरती के वासी हैं इसलिए आपसे यह अपेक्षा की जाती है कि आप एक ऐसे समाज का आदर्श प्रस्तुत करें जिसमें द्वेष और कलह की कोई गुंजाइश न हो। विकसित भारत के सपने को पूरा करने में इस प्रदेश का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। लेकिन इस सपने को सच्चाई में बदलने के लिए हमें मानव-निर्मित संकीर्णताओं से बाहर निकलना होगा। बिहार को एक विकसित राज्य बनाने के लिए समेकित विकास के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
वहीं बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने अपने संबोधन में किसानों की आय दोगुनी करने पर जोर दिया। गवर्नर का अधिकारियों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि कृषकों तक पहुंचे योजना, प्राकृतिक खेती पर फोकस करें।
सीएम नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को शॉल और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। नीतीश कुमार अब इस समारोह में किसानों को संबोधित कर रहे हैं। कृषि रोडमैप का नीतीश ने गुणगान किया। उन्होंने कहा कि उत्पादकता के साथ-साथ बढ़ी किसानों की आमदनी, मंगला राय की जमकर तारीफ की। वहीं इस कृषि रोड मैप की अवधि 2028 तक होगी। कृषि रौड मैप के लिए एक लाख 62 हजार करोड़ रुपए पास किया गया है।
विवेक रंजन की रिपोर्ट