बिहार में एनडीए गठबंधन की सरकार बने करीब एक महीने से अधिक हो गए लेकिन कैबिनेट का विस्तार अभी तक नहीं हो सका है। बिहार में कैबिनेट विस्तार नहीं होने से एक तरफ जहां विपक्ष हमलावर बनी हुई है वहीं लोगों में भी असमंजस की स्थिति देखने को मिल रही है। अभी बिहार में मुख्यमंत्री समेत कुल नौ मंत्री हैं और सभी विभाग भी इनके ही जिम्मे है। ऐसे में बिहार मंत्रिमंडल विस्तार आवश्यक भी है।
कहा जा रहा था कि सीएम नीतीश के विदेश दौरा से वापस आने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार किया जायेगा। मुख्यमंत्री के बिहार लौटते ही अब अटकलों का बाजार भी गर्म होने लगा है। इसके साथ ही बहुत जल्दी ही लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता भी लागू होने वाला है। सूत्रों की मानें तो 15 मार्च तक बिहार मंत्रिमंडल का विस्तार कर लिया जायेगा वहीं 13 मार्च तक मंत्रिपद पर बैठने वाले नेताओं के नाम पर भी मुहर लग जाएगी।
सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि सीएम नीतीश कुमार जल्दी ही भाजपा के साथ बैठक कर सीट शेयरिंग और मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा करेंगे। वहीं दूसरी तरफ ये भी कहा जा रहा है कि जदयू के कई पूर्व मंत्रियों को रिपीट किया जायेगा जबकि भाजपा कुछ युवा चेहरों को तरजीह देने वाली है।