गया : बिहार सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री व हम के संरक्षक जीतनराम मांझी खुले मंच से जय श्रीराम का नारे लगाए। पत्रकारों ने जब उनसे सवाल किया कि आप के द्वारा जय श्रीराम का कई बार विरोध किए थे आज फिर खुले मन से जय श्रीराम का नारा लगाया हैं। उन्होंने कहा कि यह बात अगर किसी ने कहा है तो उनकी मूर्खता है। राम का विरोध कृष्ण का विरोध हमने कभी नहीं किया है। मांझी
जीतनराम मांझी ने कहा है कि राम के चरित्र को सामने लाकर जो रामायण जो नीतियां कही गई है वो सारी नीतियां ऐसी है जो भूत भविष्य वर्तमान के लिए कामयाब है। उनके द्वारा जो नीतियां कही गई है वह सही है वह सर्वोपरि है, न कि पत्र माय है। इसीलिए हम कभी-कभी हम कहते हैं राम का नाम तो है ही जो कुछ बनता है राम के नाम पर ही होता है, आस्था का चीज है और अगर कोई आस्था नीति की भी पूजा करता है तो भी हम उसकी मान्यता देते हैं। राम तो खैर भगवान थे अगर कोई उनकी पूजा करता है तो क्या दिक्कत है।
उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत मेरा अपना कुछ मामला है, जिसके चलते वैसी कुछ बात होती है। लेकिन सब लोग जो पूजा करते हैं हम सबको चरणस्पर्श हम करते हैं कि आप बहुत महान आत्मा है। पुरुषोत्तम राम कि आप पूजा करते हैं, इसलिए हम आपसे आशीर्वाद लेते हैं, मनी पुरुषोत्तम श्रीराम है। वहीं उन्होंने तेजस्वी यादव से पप्पू यादव की मुलाकात पर कहा कि हम राजनीतिक बात नहीं करेंगे यह सब बात के लिए एनडीए की बैठक की गई है।
आशीष कुमार की रिपोर्ट