रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव दो या फिर तीन चरणों में कराए जा सकते है। केंद्रीय निर्वाचन आयोग की 6 सदस्यीय टीम 10 जुलाई से राजधानी के दो दिवसीये दौरे पर आ रही है।
दल का नेतृत्व आयोग के सीनियर डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर नीतेश व्यास और धर्मेंद्र शर्मा करेंगे। पतरातू में आयोग के सदस्य सीईओ समेत जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
इसमें चुनाव पर चर्चा होगी। 2014 और 2019 में पांच चरणों में विधानसभा चुनाव कराए गए थे। इस बार यह क्रम टूट सकता है।
राज्य निर्वाचन कार्यालय दो या तीन चरणों में चुनाव कराने का सुझाव भारत निर्वाचन आयोग को दे सकता है। आयोग का दल पहुंचने के बाद 10 जुलाई की शाम मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार और राज्य निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों के साथ बैठक होगी।
अगले दिन जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोग के सदस्य चर्चा करेंगे। दोनों दिन पतरातू में बैठक कर चुनाव की तैयारियों की समीक्षा होगी।
आयोग के अधिकारी यह जानना चाहेंगे कि लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां कैसी हैं? यहां कितने चरणों में चुनाव कराए जाएं? आयोग के अधिकारी राज्य के सीईओ से सुझाव मांगेंगे।
इधर, राज्य में चल रही तैयारियों से स्पष्ट है कि अधिकतर अधिकारी दो या तीन चरणों में ही चुनाव कराने पर आपसी समहति बना सकती है।