डिजीटल डेस्क : Ayodhya Gang Rape Case Updates – अब फैजाबाद के सांसद अवधेश पासी ने दी सफाई, बोले – आरोपी से कोई वास्ता नहीं। अयोध्या में 12 वर्षीया बच्ची से दुष्कर्म के मामले में लगातार हो रही किरकिरी पर सपा मुखिया अखिलेश यादव के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के पलटवार के बाद सपा की हालत इतनी बिगड़ी कि अब खुद फैजाबाद के सांसद व सपा नेता अवधेश पासी को सामने पड़ा है। घटना के बाद से आरोपियों पर जारी कार्रवाई और सियासी बयानबाजी के बीच अब तक परदे की ओट में रहे सांसद अवधेश पासी ने पीड़िता के प्रति पूरी सहानुभूति दिखाई है और सफाई दी है कि मुख्य आरोपी का उनके साथ वाले वायरल हो रहे फोटो से उनका निजी तौर पर कोई वास्ता नहीं है। वह मुख्य आरोपी से खुद भी कोई वास्ता नहीं रखते।
अवधेश पासी बचाव में बोले – लाखों लोग मेरे साथ फोटो खिंचाते हैं…
अयोध्या में नाबालिग बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में अब फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद सिंह खुद के बचाव में उतरते अपनी बात रखी है। उन्होंने मामले के मुख्य आरोपी मोईद खान के साथ अपनी वायरल हुई तस्वीर पर भी सफाई दी है। सपा सांसद ने कहा कि मैंने आरोपी से कभी भी किसी तरह की मदद नहीं ली है। जहां तक आरोपी के साथ फोटो का सवाल है तो लाखों लोग हमारे साथ फोटो खिंचाते हैं और सेल्फी लेते हैं। इतने संवेदनशील और गंभीर मामले में भाजपा को इस तरह की राजनीति नहीं करना चाहिए।
सांसद अवधेश बोले – दुष्कर्म की यह घटना बेहद दर्दनाक और शर्मनाक, सपा पीड़िता के साथ
सपा सांसद अवधेश पासी ने इसी क्रम में आगे कहा कि जहां तक इस घटना की बात है तो यह बेहद दर्दनाक और शर्मनाक है। इस घटना में शामिल सभी लोगों की जांच होनी चाहिए। सच्चाई का पता लगाना चाहिए और जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ पूरी ताकत के साथ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां तक पीड़िता की बात है तो हमारी समाजवादी पार्टी पूरी तरह से उसके साथ खड़ी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा इस पर राजनीति कर रही है और मैं ऐसे लोगों से विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि यह राजनीति करने का समय नहीं है।
सांसद अवधेश भी बोले- निर्दोषों को न फंसाया जाए और डीएनए टेस्ट कराया जाए
सांसद अवधेश पासी यहीं नहीं रुके। उन्होंने अपनी ओर से बात रखने के क्रम में पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के स्टैंड को भी याद किया। आगे अखिलेश यादव के बयान को अपने लिहाज से डिफेंसिव अंदाज में रखा और कहा कि इस मामले में निर्दोषों को फंसाया न जाए और डीएनए टेस्ट कराया जाए। सांसद अवधेश पासी ने कहा कि पीड़िता की आर्थिक रूप से मदद भी की जानी चाहिए। सांसद ने फिर से सफाई दी कि उन्होंने कभी भी किसी ऐसे व्यक्ति को अपने पास नहीं आने दिया जिसका अपराध से थोड़ा सा भी संबंध हो और न तो उन्होंने उनसे (दुष्कर्म के मुख्य आरोपी से) कभी किसी तरह की मदद ली है।
अयोध्या मामले में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सपा को लिया आड़े हाथ
अयोध्या में बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के मामले पर शुरू हुए सियासी घमासान तब खासा रोचक हो गया जब इस मामले में लंबे समय तक चुप्पी साधने के बाद सपा की ओर से अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी। अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया पर सत्तारूढ़ एनडीए के घटक दलों के नेताओं ने तत्काल की टिप्पणी तो नहीं की लेकिन सियासी तौर पर यूपी में कभी अखिलेश यादव की बुआ रहीं पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती काफी तीखी टिप्पणी की है। मायावती ने अखिलेश को ही पूरे प्रकरण में कटघरे में खड़ा कर दिया। पूरे मामले पर प्रतिक्रया देते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यूपी सरकार द्वारा अयोध्या गैंगरेप केस में आरोपी के विरुद्ध की जा रही सख्त कार्रवाई उचित है। लेकिन सपा द्वारा यह कहना कि आरोपी का डीएनए टेस्ट होना चाहिए, इसे क्या समझा जाए जबकि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने डीएनए टेस्ट हुए हैं? इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आगे कहा कि यूपी में अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था में भी खासकर महिला सुरक्षा व उत्पीड़न आदि को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अयोध्या और लखनऊ आदि की घटनाएं काफी चिंचित करने वाली है। मौजूदा राज्य सरकार इनके निवारण के लिए जाति-बिरादरी और राजनीति से ऊपर उठकर सख्त कदम उठाए तो बेहतर है।
अयोध्या मामले पर शनिवार को यह बोले थे अखिलेश यादव…
अयोध्या गैंगरेप मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को पीड़िता के साथ न्याय की मांग की। अखिलेश यादव ने कहा कि इस कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है। इसी के साथ समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर कहा है सरकार मामले में पीड़िता की मदद करने की जगह समाजवादी पार्टी को बदनाम करने की साजिश में लगी है जबकि सरकार को चाहिए कि वह पीड़िता को तत्काल 20 लाख रुपयों की आर्थिक सहायता प्रदान करे।
मुख्य आरोपी के बेकरी पर चला बुलडोजर, सीएम योगी ने बुलाई बैठक
पीड़ित बच्ची से हुए दुष्कर्म के मामले के संज्ञान में आते ही सीएम योगी आदित्यनाथ की भृकुटी तनी हुई है। उनके तेवर को देखते हुए लगातार पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई अयोध्या में तेजी से जारी है एवं उस संबंधी लगातार अपडेट राज्य मुख्यालय को जिला मुख्यालय से प्रेषित किया जा रहा है। अयोध्या में प्रशासन की टीम आरोपी मोईद खान के घर बुलडोजर लेकर पहुंची और मोईद खान की बेकरी को सील करने के बाद उस पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बुलडोजर चलवा दिया गया। बताया गया कि यह बेकरी अनधिकृत भूभाग पर जबरन कब्जा करके बनवाया गया था। इस बारे में राजस्व विभाग की पुष्टि के बाद यह कार्रवाई की गई है। बेकरी का लाइसेंस भी रद्द किया जा रहा है। इसी क्रम में लखनऊ में सीएम योगी ने इस मामले को लेकर अहम बैठक भी बुलाई है। सीएम ने गृह विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारियों को इस मीटिंग में बुलाया है। बैठक में अयोध्या में कानून व्यवस्था को लेकर बातचीत होनी है।
बोले थे सीएम – ‘ऐसे अपराधियों को गोली नहीं मारी जाएगी तो क्या माला पहनाया जाएगा’
बाद में मामला संज्ञान में आने पर बीते गुरूवार को विधानसभा में खुद सीएम योगी ने इस मुद्दे पर अपने अधिकारियों और मंत्रियों के साथ ही प्रतिपक्ष सियासी दल को कड़ा संदेश दिया था। सीएम योगी ने अयोध्या में 12 साल की नाबालिग से रेप के मामले पर विधानसभा में बयान देते हुए कहा था कि ‘आरोपी समाजवादी पार्टी का है। उसने पिछड़ी जाति की बच्ची के साथ कुकृत्य किया। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वो आरोपी समाजवादी पार्टी के सांसद के साथ घूम फिर रहा था, लेकिन पार्टी के नेताओं के मुंह में दही जमा है। समाजवादी पार्टी ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। ऐसे अपराधियों को गोली नहीं मारी जाएगी तो क्या उन्हें माला पहनाया जाएगा’। सदन में सीएम योगी के बयान दिए जाने तक अयोध्या के पूराकलंदर थाना क्षेत्र में नाबालिग से रेप के आरोप में पुलिस ने समाजवादी पार्टी के भदरसा नगर अध्यक्ष मोइद खान और उनके नौकर राजू खान को गिरफ्तार कर लिया था।