औरंगाबाद : केंद्र एवं राज्य सरकार आम अवाम खासकर गरीबों के कल्याण के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है, लेकिन जानकारी के अभाव में यह लाभ उन्हे नही मिल पाता है. इन्ही परिस्थितियों में औरंगाबाद में किन्नरो को अवाम तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की जिम्मेवारी मिली है. अब वह दिन दूर नही जब किन्नरो का समूह शादी विवाह और बच्चें के जन्म पर न केवल बलैया लेगा बल्कि मैरेज और बर्थ सर्टिफिकेट भी उपलब्ध कराएंगा.
दरअसल किन्नरो को यह जिम्मेवारी औरंगाबाद के जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने दी है. प्राधिकार किन्नरो को मैरिज, बर्थ, डेथ सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, वृद्धा पेंशन एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोग के लिए प्रोत्साहन राशि भी देगा. औरंगाबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने बताया कि किन्नरों को इस काम के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया है. किन्नर पारा लीगल वॉलंटियर का काम करेंगी. इस कार्य के लिए उन्हे एक निर्धारित मानदेय भी दिया जाएगा.
सचिव प्रणव शंकर ने बताया कि आम तौर पर किन्नरों से लोग इस कारण दूर भागते है कि समाज में लोगो को हड़का कर मनमाना और मुंहमांगा पैसा लेने की नकारात्मक छवि बनी हुई है. लोगों तक सरकारी लाभ पहुंचाने का कार्य करने से किन्नरों की समाज में बनी नकारात्मक छवि भी सुधरेगी. साथ ही इस कार्य को करने से उन्हें एक सम्मानजनक राशि भी प्राप्त होगी.
इसके अलावा प्रशिक्षण के दौरान किन्नरों को यह सख्त हिदायत भी दी गयी है कि वे शुभ कार्य के दौरान बलैया लेने किसी के यहां जाने पर किसी को न तो हड़काएंगे, न जोर जबरदस्ती करेंगे और न ही नकारात्मक छवि को बढ़ावा देने वाला कोई अमर्यादित व्यवहार करेंगे. प्रतिकूल कार्य करने की शिकायत मिलने पर उन्हें इस कार्य से मुक्त भी किया जा सकता है.
किन्नरों का समूह भी इस तरह का काम मिलने से बेहद खुश है. उनका कहना है कि वे तो लोगो की हर खुशी में शामिल होकर उनकी खुशियों के उत्साह को बढ़ाते हुए ही बलैया लेने का काम करते है. अब इस काम के साथ लोगों को विभिन्न तरह का सरकारी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने में सहायता करने से लोगों में किन्नरो के प्रति व्याप्त भ्रांतियां भी दूर होगी और उन्हें भी लगेगा कि इसी बहाने वे समाज की भी सेवा कर रहे है.
रिपोर्ट : दीनानाथ