डिजीटल डेस्क : शेख हसीना – तख्तापलट के बाद गाजियाबाद पहुंचीं बांग्लादेश की पूर्व पीएम, ममता बांग्लादेश प्रकरण पर केंद्र के साथ। भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में सोमवार अपराह्न तख्तापलट होते ही सेना ने सत्ता संभाल ली और अंतरिम सरकार बनाने की विधिक प्रक्रिया शुरू कर दी। इस बीच निवर्तमान प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद हेलीकॉप्टर से भारतीय सीमा में दाखिल हुईं। उसके बाद विशेष विमान से वह आगे की सफर को रवाना हुईं तो सायं करीब पौने छह बजे उनका विशेष विमान गाजियाबाद के निकट हिंडन एयरबेस पर उतरा। वहां विमान में फ्यूल भरा जाना है।
फ्यूल भरने के बाद लंदन को रवाना होगा विशेष विमान, भारतीय सेना की चौकस निगरानी
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश की निवर्तमान पीएम शेख हसीना सी-130 विमान से हिंडन एयर बेस पर उतरी हैं। विमान को भारतीय वायु सेना के सी-17 और सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान हैंगर के पास पार्क किया गया है। भारतीय वायु क्षेत्र में प्रवेश से लेकर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस तक विमान की आवाजाही पर भारतीय वायुसेना और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा बराबर निगरानी रखने का क्रम जारी है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, शेख हसीना अपनी बहन और कुछ अन्य निजी विश्वस्त लोगों के साथ विमान से यहां पहुंची हैं। यहां फ्यूल भरे जाने के बाद विमान से बांग्लादेश की निवर्तमान पीएम सऊदी अरब के रास्ते लंदन को रवाना होंगी। फिलहाल वह वहीं रहेंगी।

ममता बनर्जी बोलीं – केंद्र जो भी फैसला लेगी, हम उसका समर्थन करेंगे
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और वहां अंतरिम सरकार बनाने के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करती हैं। लोग किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। यह दो देशों के बीच का मामला है। केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी, पश्चिम बंगाल सरकार उसका समर्थन करेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पड़ोसी बांग्लादेश के घटनाक्रम के मद्देनजर सभी से पश्चिम बंगाल में शांति बनाए रखने और उकसावे से बचने का आग्रह किया है। इस बीच, सेना की तरफ से बांग्लादेश पर नियंत्रण और प्रधानमंत्री हसीना के देश छोड़ने के मद्देनजर दिल्ली के चाणक्यपुरी में मौजूद बांग्लादेश उच्चायोग की सुरक्षा बढ़ा दी गई।
सेना ने 45 मिनटों में देश छोड़ने को कहा और राष्ट्र के नाम संदेश भी नहीं देने दिया
बांग्लादेश में लगातार बिगड़ते हालात के सत्ता पर तेजी से हावी हुई सेना और सैन्य अधिकारियों ने सोमवार को अचानक पूरे मामले में काफी तेजी दिखाई। सैन्य अधिकारियों के बदले तेवर ने प्रधानमंत्री शेख हसीना को सकते में डाल दिया और उन्हें बैकफुट पर आने को विवश करते हुए सेना की ओर से दिए गए सीमित विकल्पों में से किसी एक को चुनने को कहा गया। मिली जानकारी के मुताबिक, सैन्य अधिकारियों ने महज 45 मिनटों में पद से इस्तीफा देने और साथ देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया और अन्यथा की सूरत में सैन्य कार्रवाई का अंजाम भुगतने को तैयार रहने को गया। बताया जा रहा है कि सैन्य अधिकारियों के बदले रुख और उनकी ओर से पेश सीमित विकल्प देख आखिरकार शेख हसीना अंदर से टूट गईं और चंद मिनटों में ही पद से इस्तीफा देते हुए देश को छोड़कर सुरक्षित ठिकाने को रवाना होने का रास्ता चुना। आलम ऐसा रहा कि पीएम पद से इस्तीफा देने के दौरान शेख हसीना राष्ट्र के नाम अपना संदेश रिकार्ड करवाना चाह रही थीं लेकिन सैन्य अधिकारियों ने सीधे तौर पर उसके लिए मना कर दिया और तत्काल देश छोड़कर निकल जाने के विकल्प पर तेजी से अमल करने को कहा। लाचारी में शेख हसीना सैन्य अधिकारियों के हुक्म का तामील करतीं नजर आईं।