देवघर: देवघर जिले के सोनाराठाडी थाना क्षेत्र के डोंडिया गांव में शुक्रवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। गांव के एक पोखर में तीन बच्चों के शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक बच्चे बासुदेव यादव और हरिकिशोर यादव के परिवार से संबंधित थे, और इनके परिवार वालों ने इस हृदयविदारक घटना के पीछे जमीन विवाद को कारण बताया है।
परिवार ने आरोप लगाया है कि उनके रिश्तेदारों – विनोद, रीतलाल, मनोज, नवल और शंभू – ने इन बच्चों की हत्या की है। मृतक बच्चों के पिता, हरिकिशोर यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले इन रिश्तेदारों ने उनके पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दी थी। उन्होंने इस धमकी को हल्के में लिया, लेकिन अपने भाई के माध्यम से पुलिस को इसकी सूचना दी थी।
पुलिस को दी गई जानकारी के तुरंत बाद, आरोपी बच्चों को गायब कर दिया। गुरुवार को बच्चे अचानक लापता हो गए, और काफी खोजबीन के बाद भी उनका कोई पता नहीं चला। शुक्रवार को उनके शव गांव के ही एक पोखर में तैरते हुए मिले।
घटना के बाद ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर है। उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की और पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की, जिनकी लापरवाही के कारण यह दुखद घटना घटी।
घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय नेता धीरज कुमार झा ने पुलिस की निष्क्रियता की आलोचना की और कहा कि यदि पुलिस समय पर कार्रवाई करती, तो आज यह त्रासदी नहीं होती।
इस बीच, देवघर के एसपी ने फोन पर आश्वासन दिया कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। डीएसपी ऋतिक श्रीवास्तव और कई थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने से पहले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे।
घटना की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस द्वारा दोषी पुलिसकर्मियों पर भी विभागीय कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है। ग्रामीणों के भारी आक्रोश के बीच पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हरसंभव प्रयास किए हैं।
यह घटना देवघर जिले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े करती है, और अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में किस तरह से न्याय दिलाता है।