चैनपुर. लगातार बारिश से अनुमंडल क्षेत्र में जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदी-नाले उफान पर है। वहीं अब घरों में भी पानी घुसना शुरू हो गया है। इसके कारण मिट्टी से बने घर जमींदोज हो जा रहे हैं। ताजा मामला बरवेनगर गांव का है। यहां बरवेनगर निवासी इसराफील खान, अख्तर खान, संतोष साहु, जाकिर खान, शाहिद मिया एवं परहटोली निवासी कंचन भगत, बंधु रौतिया, बसरोपन बैगा, चमरू रौतिया का घर भारी बारिश के कारण पूरी तरह ध्वस्त हो गया। हालांकि इसमें किसी प्रकार के जानमाल की हानि नहीं है।
भारी बारिश से नौ घर ध्वस्त
पिड़ितों ने बताया कि पिछले चार दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। इसके कारण हमारे मिट्टी के घरों में पानी रिसने लगा, जिसके बाद हमलोग सभी सुरक्षित जगहों पर रहने लगे। फिर अचानक रात में घर गिर गया। वहीं बरवेनगर स्कूल के तालाब वाला रास्ता भी बारिश से बह गया, जिसको लोगों ने अपने पैसों से मरम्मत कर चलने लायक बनाया।
नदियों का बढ़ा जलस्तर
वहीं अनुमंडल क्षेत्र में बहने वाली नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। तलाब से लेकर कुएं एवं खेतों में भी पानी लबालब हो चुका है। बारिश के कारण ग्रामीण इलाका टापू में तब्दील हो चुका है। इधर ध्वस्त हो चुके घरों के मालिकों ने प्रखंड प्रशासन से आपदा प्रबंधन के तहत उचित मुआवजे की मांग की है।
वाहीं मौके में पहुंची जिला परिषद सदस्य मेरी लकड़ा ने पीड़ित से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जिनके भी घर ध्वस्त हुए हैं, वैसे लोग आवेदन संलग्न कर अंचल में जमा करे। जिन लाभुक अबुवा आवास व प्रधानमंत्री आवास के योग्य है, उन्हें मैं अधिकारी से बात कर दिलाने की कोशिश करूंगी। साथ ही उन्होंने हर संभव मदद करने की बात कही।
सुंदरम केशरी की रिपोर्ट