सीयूजे में जीवन जीने की कला पर आयोजित हुआ कार्यक्रम

सीयूजे में जीवन जीने की कला पर आयोजित हुआ कार्यक्रम

रांची:  सीयूजे मे स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत “स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” हफ्ते में डॉ. विभु गौतम ने ‘जीवन जीने की कला’ पर भाषण दिया। डॉ. गौतम जीवन और कला के प्रोफेसर है।

अपनेपन की भावना के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब हम अपना घर साफ करते है तो सारा घर का कचरा हम रोड़ पर फेक देते है क्योंकि उसके लिए हम अपनापन नहीं महसूस करते है। जिसके बाद उन्होंने सभी छात्रों को ध्यान का महत्व बताया और अपने शरीर और मन को शांत और स्थिर करने के लिए कुछ अभियास करवाया।

डी.एन. कुलकर्णी ने सभा को संबोधित करते हुए योग का महत्व बताया और कहा कि,”स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ मन का होना आवश्यक है। बिना अच्छे स्वास्थ के अच्छे विचार नहीं बन सकते।” जीवन में अच्छा काम करने के लिए अच्छा सोच चाहिए, अच्छे सोच के लिए अच्छा मन चाहिए, अच्छे मन के लिए अच्छा शरीर चाहिए और अच्छे शरीर के लिए योग ज़रूरी है।

डॉ. विजय कुमार यादव ने मंच संचालन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ जिसमें कई प्रकार के नाटक, गीत, कविता, और नृत्य प्रस्तुत किया गया। डॉ. सुशांत कुमार ने समापन किया।

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