Hazaribag– विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग के 13 स्नातकोत्तर विभाग राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त नहीं है. विश्वविद्यालय में कुल स्नातकोत्तर शिक्षा के लिए 19 विभाग है, इसमें में मात्र छह विभाग को ही मान्यता प्राप्त है. यह कहना है अधिवक्ता और आरटीआई कार्यकर्ता राणा राहुल प्रताप का.
राणा राहुल प्रताप का कहना है कि अर्थशास्त्र, इतिहास, भौतिकी, अंग्रेजी, हिन्दी और गणित विभाग को सरकार ने स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए मान्यता प्रदान किया है. इन विभागों के लिए 22 शिक्षकों की नियुक्ति का प्रावाधान है. शेष 13 विभाग भूगोल, राजनीतिक विज्ञान, मनोविज्ञान, होम साईंस, एंथरोपॉलिजी, बॉटोनी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, जूलॉजी, फिलोस्फी, संस्कृत, उर्दू और कॉमर्स को सरकार से मान्यता से प्राप्त नहीं है. उक्त सभी 13 विभागों को सरकार के स्वीकृति की प्रत्याशा में विश्वविद्यालय में पढ़ाया जा रहा है.
मौके पर मौजूद भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष टुन्नू गोप, विनोद कुमार बिगन, नवीन रंजन दूबे, प्रफुल्ल कुमार ने कहा कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय की स्थापना के 30 वर्ष बीतने के बाद भी यह स्थिति छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. यदि तीन महीने के भीतर सरकार इन विभागों को मान्यता नहीं देती है तो सड़क पर उतरकर आंदोलन किया जायेगा.
रिपोर्ट-आशिष