रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पद रिक्त होने के कारण बोर्ड परीक्षाओं पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। जैक के अधिनियम के अनुसार, परीक्षा से संबंधित सभी गोपनीय कार्यों का अधिकार अध्यक्ष को होता है। वर्तमान में आठवीं, नौवीं, मैट्रिक और इंटर की बोर्ड परीक्षाओं की तिथियां घोषित की जा चुकी हैं, लेकिन इन परीक्षाओं को समय पर कराना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
कक्षा आठवीं की परीक्षा 28 जनवरी को आयोजित होनी है, जबकि कक्षा नौवीं की परीक्षा 29 और 30 जनवरी को प्रस्तावित है। प्रश्न पत्रों की छपाई और वितरण से संबंधित कार्य पूर्व अध्यक्ष द्वारा पहले ही निर्देशित किए जा चुके थे।कक्षा नौवीं के प्रवेश पत्र 20 जनवरी से डाउनलोड किए जाने थे, लेकिन अध्यक्ष की अनुपस्थिति के कारण यह प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी। जैक की ओर से इस संबंध में कोई नया निर्देश जारी नहीं किया गया है, जिससे विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं 11 फरवरी से प्रस्तावित हैं। इन परीक्षाओं के लिए मैट्रिक के प्रवेश पत्र 25 जनवरी और इंटर के प्रवेश पत्र 28 जनवरी से डाउनलोड किए जाने हैं। लेकिन अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी के कारण इन तिथियों पर प्रश्नचिन्ह लग गया है।
वर्ष 2021 में भी अध्यक्ष की नियुक्ति में चार माह की देरी हुई थी, जिसके कारण मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं तय समय पर नहीं हो सकीं और एक साथ आयोजित करनी पड़ीं।
जैक के सचिव जयंत मिश्रा ने बताया कि परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और सरकार से दिशा-निर्देश मिलते ही आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि, अध्यक्ष की नियुक्ति में हो रही देरी से परीक्षा संचालन प्रभावित हो सकता है।
इस स्थिति में सरकार की ओर से शीघ्र निर्णय और अध्यक्ष की नियुक्ति बेहद आवश्यक है, ताकि बोर्ड परीक्षाओं को निर्धारित समय पर सफलतापूर्वक आयोजित किया जा सके।