प्रयागराज : महाकुंभ में बसंत पंचमी पर अखाड़ों ने किया अमृत स्नान तो CM Yogi ने दी बधाई। महाकुंभ 2025 में बसंत पंचमी पर अमृत स्नान के लिए सोमवार सुबह पौ फटने से पहले ही सभी 13 अखाड़ों का संगम पहुंचने का क्रम शुरू हुआ। हर हर महादेव के जयकारे लगाते साधु-संत अपने अखाड़ों की परंपरा के अनुरूप संगम तट पर तय शेड्यूल एवं निधारित रूट से होकर भारी सुरक्षा निगरानी में पहुंचे।
फिर शुरू हुआ अखाड़ों के तीसरे अमृत स्नान का भव्य-दिव्य कार्यक्रम। बसंत पंचमी पर हिलोरें ले रही सनातनी आस्था गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम त्रिवेणी पर देखते ही बनी।
अखाड़ों के डुबकी लगाने के क्रम बारे में CM Yogi आदित्यनाथ ने लगातार फीडबैक लेते हुए अधिकारियों के संपर्क में हैं। CM Yogi ने तीसरे अमृत स्नान पर सभी अखाड़ों बधाई दी। इस दौरान मेला प्रबंधन एवं प्रशासन की ओर से संगम में स्नान करने पहुंचे साधु-संतों के साथ श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कर उनका अभिनंदन किया गया।
अमृत स्नान पर CM Yogi ने दी अखाड़ों का बधाइयां
CM Yogi आदित्यनाथ प्रातः साढ़े 3 बजे से लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास स्थित वॉर रूम में डीजीपी , प्रमुख सचिव गृह एवं मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के साथ बसंत पंचमी के अमृत स्नान का लगातार अपडेट ले रहे हैं। साथ ही CM Yogi आवश्यक निर्देश भी अधिकारियों एवं मेला प्रबंधन को दे रहे हैं।
प्रथम अखाड़े का अमृत स्नान सकुशल संपन्न होते ही संगम क्षेत्र में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा पूज्य संतों और श्रद्धालुओं पे की गई। इसके बाद CM Yogi आदित्यनाथ ने बसंत पंचमी पर संगम में तीसरे अमृत स्नान के लिए साधु-संतों एवं श्रद्धालुओं के लिए बधाई संदेश दिया।
अपने बधाई संदेश में CM Yogi ने कहा कि – ‘पावन पर्व ‘बसंत पंचमी’ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं! …ज्ञान की अधिष्ठात्री माँ सरस्वती सभी को अपने आशीर्वाद से अभिसिंचित करें, सभी के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करें, माँ वीणावादिनी से यही प्रार्थना है।
…महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में बसंत पंचमी के पावन अवसर पर माँ गंगा, माँ यमुना और माँ सरस्वती की दिव्य धाराओं में पवित्र अमृत स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई!
…भगवान तीर्थराज सभी के मनोरथ पूर्ण करें, हमारे चिंतन एवं चेतना को सशक्त करें, विश्व का कल्याण करें, यही कामना है’।
संगम में सुबह से बसंत पंचमी पर अखाड़ों का भव्य-दिव्य अमृत स्नान जारी…
महाकुंभ में बसंत पंचमी पर अमृत स्नान के लिए प्रत्येक अखाड़े को पवित्र जल में 40 मिनट का समय आवंटित किया गया है। इसमें पहले जुलूस अपना अनुष्ठान पूरा करते हुए सुबह 8.30 बजे तक अपने शिविरों में लौट गया। अगली पंक्ति में बैरागी संप्रदाय के अखाड़े हैं, जिनका स्नान क्रम सुबह 8.25 बजे शुरू हुआ।
जुलूसों में अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा, अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा और अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा शामिल हैं। इनकी बारी अंतिम समूह के पवित्र जल में प्रवेश करने से पहले दोपहर 12.35 बजे खत्म होनी है। वसंत पंचमी के मौके पर तीसरा अमृत स्नान कर रहे साधु-संतों पर हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा कर रहे हैं। इस बीच अखाड़ों का क्रमवार स्नान जारी है।
त्रिवेणी संगम में अखाड़े अपने निर्धारित समय और कार्यक्रम के अनुसार पावन स्नान कर रहे हैं। सुबह 5 बजे से ही संगम पर अखाड़ों का जुटना शुरू हो गया था। कार्यक्रम के अनुसार कई अखाड़े संगम स्नान कर अपने शिविर को लौट चुके हैं औृर बाकी अखाड़े अपने क्रम के मुताबिक स्नान के लिए संगम पहुंच रहे हैं।
अब जूना अखाड़ा स्नान के लिए संगम पहुंच चुका है। अब जूना अखाड़े का स्नान शुरू हो गया है। जूना अखाड़े का स्नान हो चुका है। सबसे पहले महानिर्वाणी फिर श्री निरंजनी के बाद अब जूना अखाड़े ने स्नान किया है। जूना अखाड़े के नागा साधु वसंत पंचमी के अवसर पर अमृत स्नान किया।
बसंत पंचमी पर संगम में पावन डुबकी लगाकर अमृत स्नान के बाद यह बोले संत…
अमृत स्नान के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि-‘… ‘स्नान’ बहुत भव्य है और सभी लोग बहुत खुश हैं और सरकार को आशीर्वाद दे रहे हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए हैं, पवित्र स्नान करने’।
जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज का कहा कि –‘ मैं ‘सशक्त भारत, शिक्षित ‘भारत’ के लिए पवित्र डुबकी लगाई है। हम पर्यावरण की रक्षा के लिए भी जागरूकता पैदा करना चाहते हैं। PM Modi के नेतृत्व में और यूपी के CM Yogi आदित्यनाथ की व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं’।
स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा, ‘सभी 13 अखाड़ों ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। हमने गंगा मां, भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। सभी नागा बहुत उत्साहित हैं। यह हमारा तीसरा ‘अमृत स्नान’ था। मैं उत्तर प्रदेश के CM Yogi आदित्यनाथ को बधाई देता हूं क्योंकि उन्होंने 13 अखाड़ों के लिए बहुत अच्छी व्यवस्था की। जो लोग ‘सनातन धर्म’ का पालन नहीं करते हैं उन्हें इस ‘शाही स्नान’ से सबक लेना चाहिए और देखना चाहिए कि आज भी सनातन साधुओं के साथ है और साधु सनातन के साथ हैं।’
बसंत पंचमी पर ‘अमृत स्नान’ के बाद, पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के स्वामी भावेंद्र गिरि ने कहा कि –‘… मैं बसंत पंचमी के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देता हूं। यह एक बहुत ही पवित्र स्थान है क्योंकि यहां तीन नदियों – गंगा, यमुना और सरस्वती का पवित्र संगम है। मैंने विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की’।