डिजिटल डेस्क : PM Modi की राज्यसभा में आज खरी-खरी – रंग बदलने में माहिर है कांग्रेस…। संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में गुरूवार अपराह्न जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां अभिभाषण में राष्ट्रपति की ओर से देश की तरक्की के लिए सामने रखे गए रोडमैप और मॉडल की खुलकर सराहना की, वहीं लगे हाथ विपक्ष को जमकर निशाने पर लिया।
राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान हुए हंगामें में शामिल रहे प्रतिपक्षी दलों पर करारा वार करने के क्रम में PM Modi ने खूब खरी-खरी भी सुुनाई। PM Modi ने कहा कि – रंग बदलने में कांग्रेस माहिर है। ये इनके बर्ताव में साफ झलकता है।
PM Modi बोले – मजबूरी में जय भीम बोल रही कांग्रेस…
इसी क्रम में कांग्रेस की जमकर चुटकी लेते हुए PM Modi ने कहा कि – ‘बाबा साहेब आंबेडकर से कांग्रेस को कितनी नफरत थी, उनके प्रति कितना गुस्सा था, किसी भी हालत में बाबा साहेब की हर बात से कांग्रेस चिढ़ जाती थी। इसके सारे दस्तावेज मौजूद हैं। …बाबा साहेब को पराजित करने के लिए क्या कुछ नहीं किया गया।
बाबा साहेब को कभी भी भारत रत्न के योग्य नहीं समझा गया। इतना ही नहीं, इस देश के लोगों ने बाबा साहेब की भावना का आदर किया है, सर्वसमाज ने आदर किया है।
…तब आज मजबूरन कांग्रेस को जय भीम बोलना पड़ रहा है। उनका मुंह सूख जाता है। …ये कांग्रेस भी रंग बदलने में माहिर लग रही है। इतनी तेजी से नकाब बदल देते हैं, ये इसमें साफ-साफ नजर आ रहा है।’
PM Modi ने कहा – नारी शक्ति के योगदान को कोई नकार नहीं सकता
राज्यसभा में गुरूवार को PM Modi ने आगे कहा कि – ‘भारत की विकास यात्रा में नारी शक्ति के योगदान को कोई नकार नहीं सकता। लेकिन उनको अगर अवसर मिले और वह नीति-निर्धारण का हिस्सा बनें तो देश की प्रगति में और गति आ सकती है।
…इस बात को ध्यान में रखते हुए इस सदन का पहला फैसला हुआ, हम देशवासी गर्व कर सकते हैं, यह नया सदन इस बात के लिए याद रखा जाएगा कि यह नया सदन सिर्फ उसे रंग-रूप के लिए नहीं, बल्कि उसका पहला निर्णय था- नारी शक्ति वंदन।
…हमारे देश में दिव्यांगों की सुनवाई जिस मात्रा में होनी चाहिए थी, नहीं हुई। जब सबका-साथ विकास का मंत्र होता है तो मेरे दिव्यांग जन भी उसमें शामिल होते हैं। हमने दिव्यांगों के लिए आरक्षण का विस्तार किया। दिव्यागों के लिए सुविधाएं उपलब्ध हों, इसके लिए मिशन मोड में काम किया। दिव्यांगों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं बनाईं और उनको लागू भी किया।
…हमारी कोशिश रही है कि भारत के पास जो भी संसाधन हैं, उन संसाधनों का सर्वोत्तम इस्तेमाल किया जाए। भारत के पास जब समय है, उस समय का भी बर्बादी से बचाकर पल-पल का उपयोग देश की प्रगति के लिए, जन सामान्य के कल्याण के लिए उसी पर वह खर्च हो। इसीलिए हमने परिपूर्णता का दृष्टिकोण अपनाया।
…पैर उतने लंबे करने हैं, जितनी चादर हो। लेकिन जो योजना बने, जिनके लिए वह योजना बने, उनका वह शत-प्रतिशत लाभ होना चाहिए। किसी को दिया, किसी को नहीं दिया, किसी को लटकाकर रखा, उसको हमेशा प्रताड़ित करके रखना, उसको निराशा की गर्त में धकेलकर रखना, उन स्थितियों से बाहर आकर हमने परिपूर्णता के दृष्टिकोण को अपनाया है।’
PM Modi बोले – हमारे लिए नेशन फर्स्ट और कांग्रेस के लिए फैमिली फर्स्ट…
अपने दो टूक अंदाज में PM Modi ने कहा कि – ‘हमारे लिए नेशन फर्स्ट है। हमने लगातार अपनी नीतियों में, कार्यक्रमों में इसी एक वाक्य को मापदंड मानकर देश की सेवा करने का प्रयास किया है। तुष्टीकरण नहीं, संतुष्टीकरण वाले हमारे मॉडल को देश ने मंजूर किया है।
कांग्रेस ने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार कर दिया था, जिसमें झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टिकरण, सबका घालमेल था। जहां सबका घालमेल हो, वहां सबका साथ-सबका विकास हो ही नहीं सकता।…कांग्रेस के मॉडल में सर्वोपरि है फैमिली फर्स्ट। इसलिए उनकी नीति-रीति, वाणी-वर्तन उस एक चीज को संभालने में ही खपता रहा है।
…2014 के बाद देश ने हमें सेवा करने का अवसर दिया। मैं देश की जनता का आभारी हूं, हमें तीसरी बार लगातार सेवा का अवसर दिया है। देश की जनता ने हमारे विकास के मॉडल को परखा है, समझा है और समर्थन दिया है।
यहां पर सबका साथ-सबका विकास इस पर बहुत कुछ कहा गया है। मैं समझ नहीं पाता हूं कि इसमें कठिनाई क्या है। सबका साथ-सबका विकास ये तो हम सबका दायित्व है। इसीलिए तो देश ने हम सबको यहां बैठने का अवसर दिया है।
…लेकिन जहां तक कांग्रेस का सवाल है, उनसे सबका साथ-सबका विकास की अपेक्षा करना, मैं समझता हूं कि बहुत बड़ी गलती हो जाएगी। ये उनकी सोच के बाहर है। उनकी समझ के बाहर है। उनके रोडमैप में वह फिट नहीं बैठता है, क्योंकि वह इतना बड़ा दल एक परिवार को समर्पित हो गया है।
हमारे इस विकास के मॉडल के बारे में एक शब्द में कहना हो तो मैं कहूंगा- नेशन फर्स्ट। इसी एक उम्दा भावना और समर्पित भाव से हमने लगातार अपनी नीतियों में, अपने कार्यक्रमों में, हमारी वाणी-वर्तन में, इसी एक बात को मानदंड मानकर देश की सेवा का प्रयास किया है।
…मैं गर्व और संतोष के साथ कहता हूं कि एक लंबे अरसे तक, पांच-छह दशक तक, देश के सामने वैकल्पिक मॉडल क्या हो, तराजू पर तोलने का अवसर ही नहीं मिला था। 2014 के बाद देश को एक वैकल्पिक मॉडल क्या हो सकती है, इसका एक नया मॉडल देखने को मिला है।
…यह नया मॉडल तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण पर बल देता है। कांग्रेस के कालखंड में हर चीज में तुष्टिकरण उनकी राजनीति करने की औषधि बन गई थी। उन्होंने स्वार्थ नीति, राजनीति और देश नीति का एक घोटाला करके रखा था।
…पहली बार हमारी सरकार ने एक ऐसा मॉडल दिया कि हमने सामान्य वर्ग के गरीब को 10 फीसदी आरक्षण दिया वो भी बिना तनाव के। बिना किसी का छीनकर दिया. इसका एससी और एसटी और ओबीसी समुदाय ने भी स्वागत किया। …हमने तय किया कि जो योजना बने, जिनके लिए बने उनको पूरा का पूरा लाभ मिलना चाहिए।’