लखनऊ : यूपी में Yogi सरकार नविद्यार्थियों को मुहैया कराएगी खान एकेडमी और IIT के डिजिटल एजूकेशनल मैटेरियल। यूपी में Yogi आदित्यनाथ सरकार अपने परिषदीय स्कूलों के विद्यार्थियों की शिक्षण मेधा को निखारने एवं उन्हें आगे बढ़ने का मौका मुहैया कराने के क्रम में प्रतिष्ठित खान एकेडमी और IIT गांधीनगर के डिजिटल एजूकेशनल मैटेरिलयल मुहैया कराने का निर्णय लिया है।
इस फैसले को Yogi सरकार ने तत्काल प्रभाव से अमल में लाने के लिए कैबिनेट में इस संबंधी पेश हुए प्रस्ताव को प्रमुखता से मंजूरी प्रदान की है।
इसके लिए सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को अत्याधुनिक उच्च-गुणवत्ता वाले टैबलेट मुहैया कराने को पहले से तय बजट में वृद्धि करने में भी कोई कंजूसी नहीं की और उस बजट बिना किसी हीलाहवाली के पास कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस मद में CM Yogi आदित्यनाथ की अध्यक्षता में यूपी कैबिनेट ने 1468.80 लाख रुपये के अतिरिक्त व्ययभार को मंजूरी दे दी है।
बेहतर एजूकेशनल कंटेंट पर Yogi सरकार का फोकस
CM Yogi आदित्यनाथ की अध्यक्षता में यूपी कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए गुरूवार को वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि – ‘मंत्रिपरिषद ने परिषदीय विद्यालयों में टैबलेट प्रोक्योरमेण्ट हेतु आवश्यक अतिरिक्त धनराशि का वित्त पोषण राज्य सरकार (बेसिक शिक्षा विभाग) के बजट से वहन किए जाने सम्बन्धी प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है।
…भारत सरकार द्वारा टीचर रिसोर्स पैकेज (प्राइमरी) एण्ड टैबलेट्स फॉर मॉनीटरिंग/स्कूल्स (अपर प्राइमरी) के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा टैबलेट क्रय मद में 5166.70 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई थी, किन्तु क्रय किए जाने वाले टैबलेट को छात्र हित में अत्यधिक उपयोगी बनाने हेतु टैबलेट का स्पेसिफिकेशन उच्च कोटि का रखा गया है।
इससे लागत में 1468.80 लाख रुपये का अतिरिक्त व्यय भार आया है। टैबलेट के माध्यम से शिक्षकों के उपयोगार्थ शैक्षणिक कण्टेण्ट उपलब्ध कराने तथा अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु बच्चों के हित में राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त धनराशि का वित्त पोषण किए जाने का निर्णय लिया गया है।’
खन्ना बोले – Yogi सरकार का यह फैसला क्वालिटी एजूकेशन के लिए अहम
वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने इसी क्रम में कहा कि –‘इस संबंध में CM Yogi आदित्यनाथ की अगुवाई में लिया गया फैसला जहां सरकारी स्कूलों में बेहतर एजूकेशनल सिस्टम के लिए अत्याधुनिक उच्चीकृत टैबलेट की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा, वहीं डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही कुल मिलाकर यह पहल यूपी में शिक्षा की गुणवता में सुधार हे मील का पत्थर साबित होगा।
सरकारी स्कूलों में टीचरों को मिलने वाले टैबलेट के माध्यम से दीक्षा पोर्टल एवं अन्य प्रतिष्ठित संस्थाओं यथा-खान ऐकेडमी, IIT गांधीनगर आदि के माध्यम से बच्चों एवं शिक्षकों के उपयोगार्थ डिजिटल शैक्षणिक सामग्री सुगमतापूर्वक उपलब्ध करायी जा सकेगी। दीक्षा ऐप पर शिक्षकों और बच्चों के उपयोगार्थ 6,500 से अधिक डिजिटल शिक्षण सामग्री उपलब्ध करायी गयी है।’
डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने को सरकारी स्कूल में टीचरों को दिए जा रहे टैबलेट…
यूपी कैबिनेट के इस खास फैसले का जिक्र करते हुए वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि – ‘डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा दिए जाने के उद्देश्य से परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के उपयोगार्थ टैबलेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। टैबलेट के माध्यम से शिक्षकों के उपयोगार्थ शैक्षणिक कंटेंट, शैक्षणिक वीडियो, प्रेरणा ऐप, मानव सम्पदा पोर्टल, शिक्षकों तथा छात्रों की उपस्थिति, एमडीएम सम्बन्धी योजना का अनुश्रवण, पीएफएमएस पोर्टल का संचालन आदि कार्य किए जाएंगे।
…इसके अतिरिक्त, टैबलेट के माध्यम से छात्रों का शिक्षण कार्य सुगम एवं उपयोगी होगा तथा अध्यापक एवं छात्र उपस्थिति का दैनिक अनुश्रवण करते हुए उनकी उपस्थिति भी बढ़ायी जा सकेगी।
…नियमित छात्र उपस्थिति के अनुश्रवण से छात्रों के दोहरे नामांकन पर रोक लगेगी, जिससे डीबीटी के माध्यम से किए जाने वाले भुगतान और भी पारदर्शी होंगे। इससे शासकीय धन का अपव्यय रोककर, शासकीय धन की बचत की जा सकेगी तथा शिक्षकों का रेशनलाइजेशन भी किया जा सकेगा।’