डिजिटल डेस्क : Artificial Intelligence Sector में होगी नौकरियों की बहार, दो साल में मिलेंगी 23 लाख नौकरियां। दुनिया भर में नई तकनीक क्रांति के रूप में धूम मचा रहे Artificial Intelligence के Sector में भारतीय युवाओं एवं पेशेवरों के लिए खुशखबरी है।
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वजह यह कि इस Artificial Intelligence Sector में आने वाले दो वर्षों में नौकरियों की बहार होगी। ढूंढ़ने पर जानकार पेशेवर नहीं मिलने वाले।
यह स्थिति न केवल भारत में बल्कि दुनिया अन्य अग्रणी देशों में भी देखने को मिलने की संभावना जताई जा रही है। अगले 2 साल में इस क्षेत्र में 23 लाख नई नौकरियों की राह खुलने की उम्मीद जताई गई है।
AI Sector में बंपर नौकरियां…
यानि कुल मिलाकर AI (Artificial Intelligence) के जानकारों की बहार आने वाली है क्योंकि AI जानकारों के लिए अलग-अलग स्तर पर लाखों में नौकरियां निकलने वाली हैं। AI के जानकारों के लिए नौकरी के बंपर अवसर निकलने जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि भारत समेत दुनियाभर में AI (Artificial Intelligence) क्षेत्र में भारी संख्या में नौकरियां मिलने की उम्मीद है। हालांकि, AI को अपनाने वाली कंपनियों को कुशल पेशेवरों की कमी से जूझना पड़ रहा है।
भारत में अगले दो साल में यानी 2027 तक AI क्षेत्र में 23 लाख से ज्यादा लोगों की जरूरत होगी। हालांकि, देश को 10 लाख से अधिक AI के कुशल पेशेवरों की कमी से जूझना पड़ सकता है।

AI का वैश्विक केंद्र बनने की राह पर भारत
Artificial Intelligence Sector में दक्ष युवाओं यानि स्किल्ड युवाओं के वर्क फोर्स के चलते दुनिया भर में भारत की चांदी होने वाली स्थिति बनने की उम्मीद है। बशर्ते कि यहां के युवाओं को AI में प्रशिक्षित किया जा सके।
बेन एंड कंपनी ने नई रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का AI क्षेत्र 2027 तक 23 लाख नौकरियों के अवसरों से आगे निकल सकता है। हालांकि, उस समय तक AI कुशल पेशेवरों की संख्या करीब 12 लाख ही रहने का अनुमान है।

इसका मतलब है कि देश को 10 लाख से अधिक AI पेशेवरों को नए सिरे से सक्षम बनाना होगा। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि AI विशेषज्ञता की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए भारत को मौजूदा प्रतिभाओं को फिर से प्रशिक्षित करने के साथ उन्हें बेहतर कौशल से लैस करना होगा।
इससे न सिर्फ कुशल पेशेवरों की संख्या में इजाफा होगा, बल्कि AI को अपनाने में भी तेजी आएगी।
भारत में बैन एंड कंपनी के साझेदार सैकत बनर्जी ने दावा किया है कि – ‘…भारत के पास वैश्विक AI प्रतिभा केंद्र के रूप में स्थापित करने का एक अनूठा अवसर है।
…साल 2027 तक AI क्षेत्र में नौकरियों के अवसर प्रतिभा की उपलब्धता के मुकाबले 1.5-2.0 गुना होने की उम्मीद है।’

2019 के बाद से AI से जुड़ी नौकरियों में आया उछाल
इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनियाभर में 2019 के बाद से AI से जुड़ी नौकरियों में उछाल आया है। यह हर साल 21 फीसदी की दर से बढ़ रही है। इस अवधि में AI पेशेवरों का वेतन भी सालाना 11 फीसदी बढ़ा है।
हालांकि, मांग में तेजी और आकर्षक वेतन के बावजूद योग्य AI पेशेवरों की आपूर्ति में इजाफा नहीं हुआ है। इससे दुनियाभर में प्रतिभाओं के बीच अंतर लगातार बढ़ रहा है, जिससे AI को अपनाने की रफ्तार धीमी होती जा रही है।
भारत में बैन एंड कंपनी के साझेदार सैकत बनर्जी ने कहा कि –‘…AI पेशेवरों की कमी को दूर करने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है।
…इसमें कंपनियों को भर्ती के पारंपरिक तौर-तरीकों से हटकर देखने और आंतरिक प्रतिभा को विकसित करने के लिए निरंतर कौशल विकास पहल को प्राथमिकता देनी होगी।’