रांची: झारखंड की राजनीति में आए दिन तीखी बयानबाज़ी देखने को मिलती है। इसी कड़ी में बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री सीपी सिंह का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेता और मंत्री इरफ़ान अंसारी पर जमकर निशाना साधा।सीपी सिंह ने अंसारी का नाम सुनते ही तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि “बेशर्मों को कितना भी कुछ कह दीजिए, जिनको शर्म ही नहीं है, वे क्या करेंगे?” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पवित्र महीना चल रहा है, कम से कम ईद तक तो उन्हें छोड़ दिया जाए।
बीजेपी विधायक ने गौहत्या को लेकर भी कड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि झारखंड में गौहत्या पर पूरी तरह प्रतिबंध लगना चाहिए और पहले से लागू कानूनों का सख्ती से पालन होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि रघुवर दास सरकार के कार्यकाल में इस संबंध में कानून पारित किया गया था, जिसे वर्तमान सरकार को अक्षरशः लागू करना चाहिए।
सीपी सिंह ने झारखंड विधानसभा के निर्माण को लेकर भी अपनी बात रखी। जब उनसे यह पूछा गया कि सुरेश पासवान ने कहा है कि “जो विधानसभा हमने शिलान्यास की थी, अब सीपी सिंह क्या बोलेंगे?” इस पर उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि “यही विधानसभा है, जहां कभी हमारे बंधु तिर्की हल चला रहे थे।”
सीपी सिंह ने इरफ़ान अंसारी के बयानों को लेकर भी चुटकी लेते हुए कहा कि “वे जो बोलते हैं, उसे सुनकर हंसी आती है।” उन्होंने कहा कि उनकी अपनी एक स्वतंत्र पहचान है और वे किसी के बयान से प्रभावित नहीं होते।
झारखंड की राजनीति में इस तरह की बयानबाज़ी कोई नई बात नहीं है। देखना होगा कि सीपी सिंह के इस बयान पर मंत्री इरफ़ान अंसारी और कांग्रेस की ओर से क्या प्रतिक्रिया आती है।