Jamshedpur : पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मौजूदा राज्य सरकार पर बड़े शराब घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा है कि यह घोटाला 600 से 700 करोड़ रुपये का हो सकता है, जबकि मीडिया रिपोर्ट इसे करीब 100 करोड़ का बता रही है। उन्होंने शुक्रवार को जमशेदपुर में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में यह बयान दिया।
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2018 शराब नीति नियमावली के अनुरूप है हेमंत सरकार की शराब नीति
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 में लागू की जा रही नई शराब नीति दरअसल उनकी सरकार के समय तैयार की गई 2018 शराब नीति नियमावली के अनुरूप ही है। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार द्वारा बनाई गई नीति को खुद मौजूदा हेमंत सरकार ने अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर माना है।
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Jamshedpur : राजस्व में आई गिरावट का आरोप
रघुवर दास ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में 2018-19 में 1082 करोड़ रुपये और 2019-20 में 2009 करोड़ रुपये का राजस्व शराब बिक्री से प्राप्त हुआ था। लेकिन हेमंत सरकार के सत्ता में आने के बाद न सिर्फ नियमावली को दो बार बदला गया, बल्कि राजस्व में भारी गिरावट भी आई।
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उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने शेड्यूल एरिया में कम से कम शराब दुकानों की अनुमति दी थी, जबकि मौजूदा सरकार ने बिना योजना के नियम बदलकर शराब को सस्ता और अव्यवस्थित बना दिया।”
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भ्रष्टाचार पर सीधा हमला
रघुवर दास ने यह भी कहा कि “आज जो अधिकारी, उस समय के उत्पाद सचिव और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव थे, वह आज जेल में हैं। इससे स्पष्ट होता है कि पूरी व्यवस्था में गंभीर अनियमितताएं हुई हैं।” उन्होंने मांग की कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
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अंत में उन्होंने कहा कि अगर कैबिनेट को 2018 की नीति ही सही लग रही है, तो यह खुद इस बात का प्रमाण है कि हेमंत सरकार की नीति विफल रही है।
लाला जबीन की रिपोर्ट–
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