रांची: झारखंड में एक बार फिर मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र और सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में घने बादल छाए हुए हैं। राजधानी रांची समेत कई जिलों में मंगलवार को झमाझम बारिश हुई। रांची में सिर्फ दो घंटे में 55.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ।
बारिश के साथ-साथ वज्रपात की घटनाएं भी सामने आई हैं। लोहरदगा जिले के अंबाटोली में मनोज उरांव की पत्नी सुजीता उरांव की वज्रपात से मौत हो गई, जबकि गंदूर उरांव की पत्नी बिनी देवी गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। बंदगांव के पिंगु गांव में एक राणी हंस की मौत हो गई, जबकि सोआरा पौडेया टोली में वज्रपात से सात बकरियां मारी गईं।
राज्य के कुछ जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा (प्रतिशत में):
रांची: 236%
सरायकेला-खरसांवा: 165%
लोहरदगा: 176%
लातेहार: 223%
पलामू: 149%
रामगढ़: 145%
पश्चिमी सिंहभूम: 102%
मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए राज्य में अलर्ट जारी किया है।
25 जून: रांची, खूंटी, गुमला, सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, गोड्डा, साहेबगंज, दुमका, देवघर, जामताड़ा और पाकुड़ जिलों के लिए येलो अलर्ट।
26 जून: रांची, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, पश्चिम सिंहभूम, खूंटी, सरायकेला और पूर्वी सिंहभूम में ऑरेंज अलर्ट।
27 जून: रांची, गुमला, खूंटी, सरायकेला, सिमडेगा, पश्चिम सिंहभूम और पूर्वी सिंहभूम में येलो अलर्ट के साथ वज्रपात और बारिश की चेतावनी।
राजधानी रांची के साथ-साथ जमशेदपुर में 61 मिमी और मेदिनीनगर में 3 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। तापमान की बात करें तो सबसे अधिक अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस सरायकेला में दर्ज हुआ, जबकि रांची का अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग के अनुसार, एक जून से अब तक राज्य में औसतन 256.1 मिमी वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य से 94% अधिक है। राजधानी रांची में तो यह आंकड़ा 236% अधिक है।
लगातार बारिश की वजह से कांके डैम का जलस्तर बढ़ गया है। डैम की अधिकतम क्षमता 28 फीट है, जबकि वर्तमान में इसमें 26 फीट पानी है। जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए डैम का फाटक पिछले तीन दिनों से खुला है। जल स्तर 25 फीट से नीचे आने पर ही फाटक बंद किया जाएगा।