Baghmara: कतरास के कुम्हारपट्टी गांव में शनिवार को उस समय तनाव फैल गया, जब बीसीसीएल और ओबी कंपनी मां अम्बे आउटसोर्सिंग द्वारा हॉल रोड निर्माण को लेकर स्थानीय ग्रामीणों को पुनर्वास या मुआवजा दिए बिना गांव खाली करने की कोशिश की गई। इसके विरोध में ग्रामीण माकपा (माले) के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच पुलिस-ग्रामीणों में झड़प, नोकझोंक और फिर पथराव हुआ। जिसमें दो पुलिसकर्मियों सहित कई महिलाएं घायल हो गई।
ग्रामीणों का आरोप: बिना सहमति और मुआवजा हो रहा निर्माण
विरोध कर रही महिलाओं और ग्रामीणों का कहना है कि बिना किसी सूचना या सहमति के सड़क निर्माण शुरू किया गया। उन्हें कोई मुआवजा या पुनर्वास नहीं दिया गया और जबरन उनकी जमीन पर निर्माण कराया जा रहा है।
पुलिस पर लाठीचार्ज और पथराव का आरोप
घटना के दौरान मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। ग्रामीणों के विरोध पर पुलिस ने लाठीचार्ज और हल्का बल प्रयोग किया। दोनों पक्षों की ओर से पथराव भी हुआ। घायल ग्रामीणों का इलाज स्थानीय स्तर पर किया जा रहा है।
अधिकारियों का बयान
डीएसपी पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि यह सड़क सरकारी योजना के तहत बनाई जा रही है। सुरक्षा को देखते हुए पुलिस बल तैनात था और जब ग्रामीणों ने कार्य में बाधा पहुंचाई तो हल्का बल प्रयोग किया गया।
वहीं, एक्सएलपीएचसीएल के सहायक अभियंता संजय कुमार ने बताया कि कंपनी तीन माह से कार्य शुरू करने की कोशिश कर रही है, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रभावित ग्रामीणों को रोजगार और लाभ देने का आश्वासन कंपनी पहले ही दे चुकी है।
स्थिति तनावपूर्ण, पर नियंत्रण में
फिलहाल कुम्हारपट्टी गांव में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है। प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है और बातचीत के जरिए समाधान की कोशिशें की जा रही है।
रिपोर्टः आदर्श गुप्ता
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