रांची: JSSC की सीजीएल परीक्षा पेपर लीक कांड की सीआईडी जांच में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब जांच में यह सामने आया है कि आरोपियों ने अभ्यर्थियों से पैसे लेकर उन्हें परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया था। इतना ही नहीं, इन पैसों का लेनदेन एक आरोपी की पत्नी के बैंक खाते में भी हुआ है, जिससे पूरे रैकेट के विस्तार की पुष्टि होती है।
सीआईडी को गिरफ्तार आरोपी कुंदन कुमार के मोबाइल से न केवल उसकी पत्नी के बैंक खाते का विवरण मिला, बल्कि उसमें हुए पैसों के लेन-देन के भी सबूत मिले हैं। यह इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि पेपर बेचने के बदले अभ्यर्थियों से बड़ी रकम ली गई।
28 अभ्यर्थियों को मिला था प्रश्न पत्र, 10 हुए सफल
सीआईडी को पेपर लीक के मास्टरमाइंड शशिभूषण उर्फ संदीप त्रिपाठी और अन्य आरोपियों के मोबाइल से 28 अभ्यर्थियों के नाम, रोल नंबर, परीक्षा केंद्र और एजेंटों के नाम मिले हैं। इनमें से 10 अभ्यर्थी परीक्षा में सफल भी हुए थे।
लाखों की रकम का डिजिटल लेनदेन
शशिभूषण के दो बैंक खातों में 8 लाख रुपये से अधिक की रकम का ट्रांजैक्शन मिला है। वहीं आरोपी मनोज कुमार के खाते में एक अभ्यर्थी द्वारा यूपीआई से एक लाख रुपये ट्रांसफर करने का साक्ष्य भी मिला है।
नेपाल में मिला मोबाइल लोकेशन
जांच में यह भी सामने आया कि परीक्षा से ठीक पहले यानी 19 और 20 सितंबर 2024 को कुछ अभ्यर्थियों के मोबाइल की लोकेशन नेपाल में पाई गई थी। इससे संदेह गहराया है कि उन्हें वहीं प्रश्न पत्र दिखाए गए थे। अब सीआईडी यह पता लगाने में जुटी है कि ये अभ्यर्थी आरोपियों के संपर्क में कैसे आए और उनके माध्यम से पेपर कैसे पहुंचा।
आरोपी पहले से थे आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय
मुख्य आरोपी शशिभूषण दीक्षित को 28 मार्च को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया था। उसने झारखंड हाईकोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।
अब तक 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट
सीआईडी ने अब तक 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है, जिनमें शामिल हैं:
शशिभूषण उर्फ संदीप त्रिपाठी (मास्टरमाइंड)
मनोज कुमार
कुंदन कुमार (आईआरबी का निलंबित जवान)
रामनिवास राय, निवास राय, कविराज उर्फ मोटू
रॉबिन कुमार, अखिलेश कुमार, विवेक रंजन, कौशलेंद्र उर्फ राहुल कुमार, कृष्णा स्नेही
सीबीआई जांच की मांग हाईकोर्ट में लंबित
पेपर लीक से नाराज अन्य अभ्यर्थियों ने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। यह याचिका झारखंड हाईकोर्ट में लंबित है।
Highlights