सुल्तानगंज : विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के अजगैबीनाथ मंदिर के चारों ओर गंगा मइया के आने से मंदिर की खुबसूरती में चार चांद लग गया। एक बार फिर से उत्तरवाहिनी गंगा होने से श्रद्धालुओं और पंडा समाज में खुशी की लहर दौड़ गई। गंगा मईया की अपनी पुरानी अस्तित्व में आ जाने से मंदिर अपने पुराने खुबसूरती में लौट आया है। अजगैबीनाथ मंदिर के सटे करीब 150 दुकाने पूरी तरह से जलमग्न हो गया।
कल सभी अपने-अपने दुकान को सुरक्षित जगहों पर सिफ्ट करते नजर आए
आपको बता दें कि गुरुवार को सभी अपने-अपने दुकान को सुरक्षित जगहों पर सिफ्ट करते नजर आए। लगे हुए सारे चौकी और अन्य साम्रगी ऊपर लेकर चले आए। बाढ़ नियंत्रण आपदा विभाग के जेई अमित कुमार ने बताया कि बुधवार को 45 सेंटीमीटर और गुरुवार को 22 सेंटीमीटर गंगा के जलस्तर में वृद्धि हुई है। अजगैबीनाथ मंदिर घाट का जाएजा न्यूज 22स्कोप की टीम ने लिया।
यह भी देखें :
चारों हाथ पैर से नि:शक्त हैं औरंगाबाद के कांवरिया राजेश पासवान, पहुंचे सुल्तानगंज
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में तरह-तरह के कांवरिया पहुंच रहे हैं। ऐसे में औरंगाबाद के रहने वाले राजेश पासवान जो चारों हाथ एवं पैर से निःशक्त है। बावजूद भोलेनाथ के प्रति उनकी अटुट श्रद्धा है और पिछले चार साल से लगातार बाबा धाम जा रहे हैं। राजेश बताते है कि ये शरीर बाबा का दिया हुआ है और बाबा को ही समर्पित है। मुझे कोई परेशानी नहीं होती है। जब सुल्तानगंज के पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा जल पीठ पर रख लेते हैं तो बाबा मेरे साथ हो जाते हैं। 105 किलोमीटर की यात्रा कैसे कट जाती है पता नहीं चलता है। बोल बम के मंत्र में इतनी शक्ति होती है कोई बाधा कोई परेशानी नहीं होती है। हमारी शादी हो गई है बाबा ने जो दिया उससे हम बहुत खुश हैं। सिर्फ बाबा से रोजगार मांगने जाते है ताकि हम अपने परिवार का भरण पोषण कर सके।
यह भी पढ़े : कांवरिया श्रद्धालु के लिए रेलवे प्रशासन ने भी की है तैयारी, सभी ट्रेनों का दो से पांच मिनट होता है ठहराव…
श्वेतांबर कुमार झा की रिपोर्ट
Highlights