रांची/झारखंड – अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर टैरिफ लगाने के फैसले का असर अब झारखंड के निर्यात कारोबार पर भी दिखने लगा है। राज्य से अमेरिका को निर्यात की जाने वाली वस्तुएं अब वहां के बाजार में महंगी बिकेंगी, जिससे इनकी प्रतिस्पर्धात्मकता पर असर पड़ सकता है।
झारखंड से अमेरिका में लाह, ऑटोमोटिव पार्ट्स, फेरो अलॉय, मशीन टूल्स, कपलिंग, पाइप फिटिंग, वायर केबल समेत 50 से अधिक उत्पाद निर्यात किए जाते हैं। इनमें लाह का निर्यात सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि राज्य में उत्पादित कुल लाह का 80% हिस्सा अमेरिका को भेजा जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ बढ़ने से कीमतें बढ़ेंगी और निर्यात प्रभावित हो सकता है।
हालांकि कारोबारी मानते हैं कि यदि टैरिफ के बाद भी झारखंड की वस्तुएं अन्य देशों की तुलना में सस्ती रहीं तो निर्यात पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 के बीच झारखंड से अमेरिका को सैकड़ों करोड़ रुपये का निर्यात हुआ है, जिसमें सबसे ज्यादा निर्यात फेरो अलॉय (₹34 करोड़) का हुआ। इसके बाद ऑटो पार्ट्स, वायर-कैबल और इंजीनियरिंग गुड्स का स्थान रहा।
विशेषज्ञों और व्यापारियों का कहना है कि यदि यह टैरिफ नीति लंबे समय तक जारी रही, तो इससे राज्य के हजारों उद्यमियों और लाखों श्रमिकों की आजीविका प्रभावित हो सकती है, खासकर लाह जैसे पारंपरिक व्यवसायों में।