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साहिबगंज : जिले का दियारा क्षेत्र इस समय गंगा नदी में आई बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है। कई गांव जलमग्न हैं और वहां के विद्यालयों के प्रांगण पूरी तरह से पानी में डूबे हुए हैं। ग्रामीणों और छात्रों का जनजीवन अस्त-व्यस्त है, लेकिन इसके बावजूद स्वतंत्रता दिवस का जश्न उत्साह के साथ मनाया गया।
शिक्षकों और ग्रामीणों का देशभक्ति भाव
बाढ़ से घिरे स्कूलों में शिक्षकों और ग्रामीणों ने अदम्य साहस और देशभक्ति की मिसाल पेश की। कई जगहों पर शिक्षकों ने पानी में खड़े होकर तिरंगा फहराया। ग्रामीणों ने भी इसमें सहयोग किया। यह नजारा दर्शाता है कि चाहे परिस्थितियां कितनी भी कठिन क्यों न हों, देश के प्रति समर्पण और सम्मान कम नहीं होता।

बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता
समारोह के दौरान बच्चों की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती गई। बाढ़ग्रस्त विद्यालयों में जहां पानी भरा था, वहां बच्चों को ऊँचे और सुरक्षित स्थानों पर खड़ा किया गया। तिरंगा फहराने के बाद बच्चों को देशभक्ति गीत गाने और राष्ट्रगान करने का अवसर मिला। उनके चेहरों पर उमंग और देशप्रेम साफ झलक रहा था।
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देशभक्ति का संदेश
ग्रामीणों और शिक्षकों ने कहा कि यह अवसर हमारे लिए खास है। “तिरंगा हमारी आन-बान और शान है, इसे हर परिस्थिति में फहराना हमारा कर्तव्य है।” बाढ़ जैसी विकट स्थिति में भी स्वतंत्रता दिवस समारोह ने पूरे इलाके में एकजुटता और देशभक्ति का संदेश फैलाया।

प्रशासन की तैयारी और सहयोग
स्थानीय प्रशासन ने भी स्वतंत्रता दिवस को लेकर पूरी तैयारी की थी। बाढ़ग्रस्त इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था और आवागमन की सुविधा सुनिश्चित की गई। नावों और अस्थायी पुलों के माध्यम से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया। प्रशासन ने बताया कि प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का काम जारी है और लोगों को हर संभव मदद दी जा रही है।
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बाढ़ और जश्न का अद्भुत संगम
स्वतंत्रता दिवस का यह दृश्य लोगों के लिए अविस्मरणीय बन गया। जहां एक ओर बाढ़ ने चारों ओर तबाही मचाई है, वहीं दूसरी ओर तिरंगे की शान और देशभक्ति की भावना ने माहौल को नई ऊर्जा दी। लोगों का कहना है कि यह दृश्य हमेशा यादगार रहेगा, जब बाढ़ के बीच भी तिरंगा शान से लहराया गया।