पटना में इंडिया गठबंधन की बैठक में राजद ने झामुमो को ‘लालटेन’ पर चुनाव लड़ने की सलाह दी, मगर झामुमो ने कहा कि उसके प्रत्याशी अपने पार्टी सिंबल ‘तीर-धनुष’ पर ही लड़ेंगे।
JMM-RJD Seat Sharing 2025: रांची : इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) की पटना में हुई अहम बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर राजद (RJD) और झामुमो (JMM) के बीच असहमति देखने को मिली। राजद ने झामुमो को अपने चुनाव चिह्न ‘लालटेन’ पर चुनाव लड़ने की सलाह दी है। राजद का तर्क है कि बिहार में झामुमो को पार्टी के रूप में मान्यता नहीं है, ऐसे में यदि वह किसी दूसरे सिंबल पर चुनाव लड़ती है तो वोटों का बिखराव होगा और मतदाताओं में भ्रम की स्थिति बनेगी।
राजद नेताओं का कहना है कि अगर झामुमो, लालटेन के प्रतीक पर चुनाव लड़ती है, तो वोटों का ट्रांसफर सुचारू होगा और गठबंधन की सीटें बढ़ेंगी। राजद ने इसी तर्क के आधार पर पशुपति पारस की रालोजपा (RLJP) को भी अपने चुनाव चिह्न पर लड़ने की सलाह दी है।
Key Highlights:
इंडिया गठबंधन की पटना बैठक में झामुमो को सीधे सीट देने पर सहमति नहीं बन सकी।
राजद ने झामुमो को अपने चुनाव चिह्न ‘लालटेन’ पर चुनाव लड़ने की दी सलाह।
झामुमो ने कहा—“हम अपने पार्टी सिंबल ‘तीर-धनुष’ पर ही लड़ेंगे।”
राजद का तर्क—“एक ही सिंबल पर लड़ने से वोट बिखराव नहीं होगा।”
बातचीत जारी, दो-तीन दिनों में कोई समझौता फार्मूला निकलने की उम्मीद।
JMM-RJD Seat Sharing 2025:
हालांकि, झामुमो ने इस प्रस्ताव को स्पष्ट रूप से ठुकरा दिया है। रांची में बुधवार की रात झामुमो के केंद्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने बयान जारी कर कहा—
“झामुमो का कोई भी प्रत्याशी किसी दूसरे दल के टिकट पर चुनाव नहीं लड़ेगा। हम अपने तीर-धनुष सिंबल पर ही चुनाव लड़ेंगे। गठबंधन में सम्मानजनक समझौता अवश्य होगा, लेकिन पार्टी पहचान से समझौता नहीं किया जा सकता।”
भट्टाचार्य ने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन के भीतर सकारात्मक बातचीत जारी है और उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिनों में इसका हल निकाल लिया जाएगा।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह विवाद बिहार की 2025 विधानसभा चुनाव रणनीति के लिए अहम मोड़ साबित हो सकता है। क्योंकि झामुमो का झारखंड में प्रभाव तो है, लेकिन बिहार में संगठनात्मक उपस्थिति सीमित है। वहीं, राजद नहीं चाहता कि गठबंधन में किसी भी तरह की प्रतीक या पहचान को लेकर उलझन मतदाताओं के बीच पैदा हो।
JMM-RJD Seat Sharing 2025:
गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन के भीतर सीट शेयरिंग, उम्मीदवार चयन और चुनाव चिह्न जैसे मसलों पर अभी भी मतभेद कायम हैं। फिलहाल, दोनों दलों ने दरवाज़ा पूरी तरह बंद नहीं किया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि झामुमो अपनी पहचान के साथ ही मैदान में उतरने के मूड में है।
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