Sarath: देवघर जिले के सारठ प्रखंड क्षेत्र से एक गंभीर मामला सामने आया है। शिमला पंचायत के पड़रिया गांव के मुस्लिम टोला की 8 से 10 गरीब महिलाओं ने आरोप लगाया है कि मुखिया प्रतिनिधि हितलाल रवानी ने उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर 10 से 13 हजार रुपए तक वसूले हैं।
आवास स्वीकृत होने का दिया था आश्वासनः
पीड़ित महिलाओं का कहना है कि उन्हें झूठा भरोसा दिलाया गया कि पैसे देने पर जल्द ही आवास स्वीकृत हो जाएगा। लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी न तो आवास मिला और न ही पैसे लौटाए गए। महिलाओं ने बताया कि वे गरीब परिवार से हैं और मेहनत-मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करती हैं। ऐसे में उनसे रुपए लेकर धोखा किया गया है।
गांव में आक्रोश का माहौलः
इस घटना से गांव में आक्रोश का माहौल है। स्थानीय ग्रामीणों ने भी आरोप लगाया है कि यह पहली बार नहीं है, पंचायत स्तर पर कई बार सरकारी योजनाओं के नाम पर गरीबों से पैसे लिए जाते हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। पीड़ित महिलाओं ने इस पूरे मामले की लिखित शिकायत देवघर के उपायुक्त (DC) से की है। उन्होंने मांग की है कि मुखिया प्रतिनिधि हितलाल रवानी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उनसे वसूले गए रुपए वापस दिलाए जाएं।
जिला प्रशासन ने मामले की शिकायत मिलने की पुष्टि की है और कहा है कि प्राथमिक जांच के बाद दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारी या जनप्रतिनिधि पर कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्टः हरे कृष्ण मिश्र
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