नालंदा : पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव मंगलवार को रहुई प्रखंड के शिवनंदननगर पहुंचे, जहां उन्होंने बुलडोजर कार्रवाई के शिकार हुए पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। पिछले 26 नवंबर को पटना हाईकोर्ट के आदेश पर गांव में आठ घरों पर बुलडोजर चलाया गया था। अब पांच दिसंबर को फिर से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के लिए 100 लोगों को नोटिस भेजा गया है। यह मुद्दा अब तेजी से राजनीतिक रंग ले चुका है।
अगर 5 दिसंबर को बुलडोजर आया तो उसे सबसे पहले मेरी लाश पर से गुजरना पड़ेगा – MP पप्पू यादव
गांव में लोगों से बातचीत के दौरान पप्पू यादव ने ऐलान किया कि अगर पांच दिसंबर को बुलडोजर आया तो उसे सबसे पहले मेरी लाश पर से गुजरना पड़ेगा। मैं खुद उसी दिन यहां रहूंगा। उन्होंने कहा कि वे इस पूरे मामले को संसद में जोरदार तरीके से उठाएंगे। साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि 65 साल से अधिक समय से यहां रह रहे परिवारों को उजाड़ा न जाए। हर परिवार को कम से कम पांच डिसमिल जमीन और घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाए। सरकार सड़क, बिजली और इंदिरा आवास योजनाओं पर खर्च हुई राशि को बर्बाद न करे।
पप्पू ने मौके पर मौजूद 8 परिवारों को 10-10 हजार की आर्थिक मदद भी दी
पप्पू यादव ने मौके पर मौजूद आठ परिवारों को 10-10 हजार रुपए की आर्थिक मदद भी दी। औरंगाबाद में एक युवक को विधायक की फोटो स्टेटस पर लगाने की वजह से गोली मार दिए जाने को लेकर भी पप्पू यादव ने सरकार पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सोचिए बिहार कहां जा रहा है डबल इंजन की सरकार में गरीब और आम आदमी बिल्कुल सुरक्षित नहीं है। सरकार अपराधियों का स्वागत करती है और आम आदमी निशाने पर है।

अपराधी का ना कोई मजहब होता है, ना जात – पप्पू यादव
उन्होंने कहा कि अपराधी का ना कोई मजहब होता है, ना जात, लेकिन बिहार में जाति के आधार पर टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा की अपराध खत्म कीजिए, हम साथ हैं। लेकिन राजनीति कीजिएगा, तो हम विरोध करेंगे। युवक को सिर्फ स्टेटस लगाने पर गोली मार देना। बिहार में बढ़ती अपराधिक प्रवृत्ति का गंभीर संकेत है और ऐसे अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए।
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मिथुन कुमार की रिपोर्ट
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