बैडमिंटन में भारत ने रचा इतिहास, पहली बार जीता थॉमस कप

भारत के जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई

नई दिल्ली : बैडमिंटन में भारत ने इतिहास रच दिया है.

भारतीय टीम ने पहली बार थॉमस कप टूर्नामेंट का फाइनल खिताब जीता है.

फाइनल मैच में भारतीय खिलाड़ियों ने इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया.

टीम के जीत पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है.

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारत के थॉमस कप जीतने से पूरा देश उत्साहित है.

हमारी कुशल टीम को बधाई और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं.

यह जीत कई खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी. पहले मैच में लक्ष्य सेन ने

एंथोनी सिनिसुका को 8-21, 21-17, 21-16 से हराया. दूसरा मुकाबला डबल्स में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और

चिराग शेट्टी की जोड़ी ने 18-21, 23-21, 21-19 से जीत लिया. तीसरा मैच सिंगल्स का रहा,

जिसमें किदांबी श्रीकांत ने जोनातन क्रिस्टी को 21-15, 23-21 से शिकस्त दी.

मलेशिया और डेनमार्क को हराया

भारतीय टीम ने मलेशिया और डेनमार्क जैसी टीम को हराकर पहली बार फाइनल में जगह बनाई है, ऐसे में टीम का आत्मविश्वास काफी मजबूत है. अब पहला खिताब जीतकर इतिहास रचने का मौका है. बता दें कि 73 साल के टूर्नामेंट के इतिहास में भारतीय टीम पहली बार फाइनल में पहुंची थी. इससे पहले टीम 1952, 1955 और 1979 में सेमीफाइनल में पहुंची थी.

सात्विक-चिराग की जोड़ी ने दूसरा मैच जीता

दूसरा मैच डबल्स में खेला गया, जिसमें भारतीय जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी का सामना केविन संजाया और मोहम्मद अहसान की जोड़ी से हुआ. मैच काफी रोमांचक रहा. इसमें पहला सेट इंडोनेशियन जोड़ी ने 21-18 से जीता. जबकि दूसरे सेट में भारतीय जोड़ी ने बाजी पलट दी और 23-21 से सेट जीतकर मैच बराबर किया. इसके बाद तीसरा सेट भी भारतीय जोड़ी ने 21-19 के अंतर से जीत लिया. इसी के भारत ने मैच में 2-0 की बढ़त बनाई.

पहला मैच: लक्ष्य ने एंथोनी को हराया

लक्ष्य और एंथोनी सिनिसुका के बीच रोमांचक मुकाबला चला. पहला सेट एंथोनी ने 21-8 से अपने नाम किया, तो दूसरा सेट 21-17 से जीतकर लक्ष्य ने मैच बराबर कर दिया. तीसरे सेट 21-16 से जीतकर लक्ष्य ने मैच अपने नाम कर लिया.

इंडोनेशिया का इस टूर्नामेंट में रिकॉर्ड शानदार रहा है और वह मौजूदा टूर्नामेंट में अब तक अजेय रही है. जबकि भारतीय टीम को एकमात्र शिकस्त ग्रुप-स्टेज में चीनी ताइपे के खिलाफ मिली थी.

हिंसा के इस दौर में बुद्ध की शिक्षा दिखलाती है शांति की राह -रामेश्वर उराँव

पलामू उपायुक्त शशिरंजन पर अपने परिजनों को खनन पट्टा देने सनसनीखेज आरोप   

Share with family and friends:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

twenty − six =