Patna-बिहार में जारी तमाम आशंकाओं और घमशान के बीच ए.आई एम.आई.एम के पांच में से चार विधायकों ने राजद का दामन थाम लिया है.
इस प्रकार राजद एक बार फिर से बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है.
आज तेजस्वी यादव ने इन चारों विधायकों अपने साथ लेकर विधान सभा अध्यक्ष विजय सिन्हा
के चैम्बर में पहुंचे और पार्टी में शामिल होने की औपचारिकता को पूरा करवाया.
इस प्रकार राजद ने ओवैसी को बिहार में बड़ा झटका दिया है, लेकिन इसके साथ ही यह झटका भाजपा के लिए भी है,
जो हाल के दिनों में बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी थी.इन चार विधायकों के शामिल होते ही भाजपा से बिहार
में सबसे बड़ी पार्टी होने का तमगा छीन गया, और राजद एक बार फिर से बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बन गयी,
अब उसके विधायकों की संख्या 80 तक पहुंच गयी., जबकि भाजपा के पास अभी कुल 77 विधायक है.
यहां बता दें कि बिहार में ए.आई. एम.आई.एम कुल पांच विधायक थें,
इसमें से चार विधायकों ने राजद का दामन थामने की घोषणा की है.
पाला बदलने वालों में शाहनवाज, इजहार एसपी, अंजार नाइयनी और सैयद रुकूंदीन का नाम शामिल है.
जबकि प्रदेश ए.आई एम.आई.एम प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान अभी भी पार्टी में मौजूद है.
राजनीतिक गलियारों में लम्बे अर्से से हो रही थी चर्चा
यहां यह बताना भी जरुरी है कि बिहार के राजनीतिक गलियारों में काफी अर्से यह चर्चा चल रही थी कि
ए.आई एम.आई.एम के पांच में से चार विधायक राजद का दामन थाम सकते हैं.
दरअसल जब मुकेश सहनी के तीन विधायकों ने भाजपा का दामन थामा था,
और बिहार में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी थी, तब से ही यह आकलन किया जा रहा था,
कि जल्द ही इसकी काट में एक राजनीतिक उलटफेर किया जाएगा,
ताकि भाजपा बिहार में सबसे बड़ी पार्टी नहीं रह सके, ताकि किसी संकट की स्थिति में
वह बड़ी पार्टी होने का लाभ नहीं उठा सके. आज का उलटफेर उसी का नतीजा है.
रिपोर्ट- शक्ति