Kishanganj-एक मोहर्रम ऐसा भी, जहां हिन्दुओं की ताजिया पर मुस्लिम निकालते हैं जुलूस- 70 फीसद मुस्लिम आबादी वाला किशनगंज की पहचान पूरे देश में उसके सामाजिक और सांप्रदायिक सौहार्द के लिए है.
हिंदू और मुस्लिम के बीच ऐसी भाईचारगी की मिसाल शायद ही आपको कहीं और देखने को मिलेगी.
यह वही किशनगंज है जहां रामनवमी में मुस्लिम समाज के लोग शोभा यात्रा में बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं,
वहीं हिन्दुओं की भागीदारी मोहर्रम में देखने को मिलती है. यहां कई ऐसे हिन्दू परिवार आप को देखने को मिल जायेंगे, जो वर्षो से ताजिया का निर्माण करते रहे हैं.
कुछ ऐसा ही नजारा है जिले के ठाकुरगंज प्रखंड स्थित कलियागंज गांव की.
इस गांव में एक दर्जन से अधिक हिन्दू परिवार आपको मिल जाएंगे जिनके द्वारा पीढ़ियों से ताजिया का निर्माण किया जाता रहा है.
मोहर्रम सहित दूसरे त्योहारों में भी दिखती है हिन्दू मुस्लिम भाईचारे की मिसाल
इन परिवारों का कहना है कि उनके बाप-दादाओं के द्वारा कई पीढ़ियों से ताजिया का निर्माण किया जाता रहा है
और यह पंरपरा आज भी कायम है.
हिन्दू परिवारों के द्वारा बनाया गया ताजिया को मुस्लिम समाज के लोग लेकर जाते हैं,
फिर मुस्लिम समाज की पंरपरा के अनुसार चढ़ावा चढ़ाया जाता है.
मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि हमारे बीच में कभी भी कोई भेदभाव नहीं रहा.
हमलोग हर त्योहार मिलजुल कर भाईचारे के साथ मनाते हैं. यही हमारी ताकत और विकास की कुंजी है.
रिपोर्ट-शबनम
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