पटना : बिहार में राजनैतिक सरगर्मी काफी बढ़ी हुई है.
महागठबंधन सरकार के गठन के बाद विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है.
जिसमें महागठबंधन सरकार का फ्लोर टेस्ट होगा. नीतीश कुमार विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे.
बिहार विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र आज बुलाया गया है.
विशेष सत्र के दौरान सदन में जेडीयू-आरजेडी गठबंधन को फ्लोर टेस्ट के दौरान बहुमत साबित करना होगा.
वहीं सत्ताधारी दल ने मौजूदा स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की नोटिस का संकल्प दे रखा है.
इसकी 14 दिनों की मियाद मंगलवार को पूरी हो गयी.
बिहार विधानसभा के स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा है कि अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस में
उनपर दुर्भाग्यपूर्ण और निराधार आरोप लगाए गए हैं.
उन्होंने कहा कि मैं अविश्वास प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए इस्तीफा नहीं दूंगा.
इससे पहले उन्होंने बिहार विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर बैठक की.
जिसमें मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक के साथ-साथ कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
इस दौरान विधानमंडल के 2 दिनों के विशेष सत्र को सुचारू ढंग से चलाने पर चर्चा हुई.
स्पीकर का इस्तीफे से इनकार
फिलहाल विधान सभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने अपना पद छोड़ने से इनकार कर दिया है.
ऐसे में बिहार विधानसभा का विशेष सत्र काफी हंगामेदार होने के आसार लगाए जा रहे हैं.
हालांकि बिहार विधान सभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आ चुका है.
ऐसे में विधान सभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने इसे नियमों और प्रावधान के खिलाफ बताया है.
बिहार विधान सभा अध्यक्ष विजय सिन्हा बीजेपी के विधायक हैं.
नैतिकता के आधार पर पद छोड़ें स्पीकर
वहीं जेडीयू के टिकट पर एमएलए बने बिहार विधानसभा के डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी का कहना है कि
स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आ चुका है, ऐसे में सदन चलाने का काम उपाध्यक्ष को करना होगा.
महेश्वर हजारी के अनुसार विजय सिन्हा को नैतिकता और बहुमत के अनुसार सम्मान के साथ अपना पद छोड़ देना चाहिए.
नीतीश कुमार के पास 164 विधायक
बता दें कि बिहार की 243 सीट की विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों की जरूरत होती है. ऐसे में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन के पास वर्तमान में 164 विधायक हैं. जो आसानी से फ्लोर टेस्ट में अपना बहुमत साबित कर सकते हैं. वहीं अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद स्पीकर बने रहने के लिये विजय सिन्हा को बहुमत चाहिए होगा लेकिन ठश्रच् के पास सिर्फ 77 विधायक हैं.
10 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव का दिया था नोटिस
फिलहाल विधानसभा सचिव को महागठबंधन के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के खिलाफ 10 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था. इस बीच अब कयास लगाए जा रहे हैं कि त्श्रक् के वरिष्ठ नेता अवध बिहारी चौधरी विधानसभा के नए स्पीकर हो सकते हैं. वहीं जेडीयू के देवेश चंद्र ठाकुर विधान परिषद के सभापति बनाए जा सकते हैं.