धोखा है 1932 का खतियान-रघुवर दास

 

ओबीसी आरक्षण के नाम पर दिया जा रहा है धोखा

Ranchi- पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सरकार पर ढाई वर्षों के शासन काल में 20 हजार करोड़ रुपये की लूट करने का गंभीर आरोप लगाया है.

रघुवर दास  ने कहा है कि इन ढाई वर्षो में सिर्फ एक जिले से 1400 करोड़ रुपये की लूट हुई है, इस प्रकार यदि पूरे राज्य का आकलन किया जाय तो यह आंकड़ा करीबन 20 हजार करोड़ रुपये के आसपास जाता है. लूट का यह  आंकड़ा सिर्फ उत्खनन का है.

किसी को भी नहीं मिलने जा रही है नौकरी-पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास

रघुवर दास  ने कहा कि हेमंत सरकार इसी लूट को छुपाने के लिए रोज एक नयी  घोषणा कर रही है.

1392 का खतियान भी इसी में से एक है.

स्थानीय नीति के नाम पर राज्य की सवा तीन करोड़ जनता को धोखा देने का काम किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि हमने हमने स्थानीयता को परिभाषित कर हजारों लोंगों को रोजगार जोड़ने देने का काम किया.

लेकिन हेमंत सोरेन 1932 की बात कर लोगों को बेबकूफ बना रहे हैं.

क्योंकि उन्हे यह मालूम है कि 1932 का खतियान न्यायालय में टीक नहीं पायेगा.

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास  ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के उस बयान को अपने मोबाइल से सुनाया.

जिसे उन्होंने विधानसभा के अन्दर दिया था.

यहां बतला दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधान सभा के अन्दर 1932 के खतियान की मांग पर कहा था कि

इसे कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है.

1932 का खतियान को लागू करना व्यवाहारिक नहीं होगा.

अवैधानिक है ओबीसी आरक्षण

रघुवर दास  ने कहा कि हेमंत सोरेन कहते हैं कि इसे 9वीं अनुसूची करवाने के लिए केन्द्र को  भेजा जायेगा.

लेकिन  इसे 9वीं अनुसूची में शामिल नहीं किया जा सकता , क्योंकि यह वैधानिक नहीं है.

जब हमने 1985 को आधार बनाकर स्थानीयता को परिभाषित किया तब कोई कोर्ट नहीं गया.

रघुवर दास ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा यह दावा किया जाता है कि वह इतनी नौकरियां देने जा रहे हैं.

लेकिन सच्चाई यह है कि किसी भी नौकरी मिलने नहीं जा रही.

खास कर पिछड़ों को 27 फीसदी आरक्षण का दावा किया जा रहा है,

लेकिन यह भी कोर्ट में टिकने वाला नहीं है.

यह लोकतंत्र है, हर चीज की एक निर्धारित प्रक्रिया है, उसी के तहत फैसला लेना होता है.

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