1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करने का जनविरोधी प्रस्ताव न लाए
वर्ष 15 नवंबर 2000 का आधार हो स्थानीयता- कैलाश यादव
रांची : झारखंड नवनिर्माण मंच के केंद्रीय अध्यक्ष कैलाश यादव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से
अपील करते हुए कहा कि सरकार द्वारा बुलाए गए 11 नवंबर को विशेष सत्र में
1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति को लागू न करे.
इसके जगह पर वर्ष 15 नवंबर 2000 स्थानीयता लागू करे.
उन्होंने बीजेपी, आजसू सहित सभी विधायकों को विरोध करने की अपील की.
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हो गया तो राज्य का माहौल 2002 जैसा अनियंत्रित होने की संभावना हो जायेगी.
झारखंड नवनिर्माण मंच के केंद्रीय अध्यक्ष कैलाश यादव ने प्रेस बयान जारी कर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सरकार में शामिल महागठबंधन की सहयोगी पार्टी कांग्रेस, राजद और मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी, आजसू से विशेष अपील की. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 11/11/22 को आहूत विधानसभा का विशेष सत्र में 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करने का प्रस्ताव नहीं लाया जाए.
जनविरोधी कानून का जमकर करें विरोध
कैलाश यादव ने कहा कि अगर हेमंत सरकार 1932 के आधार पर स्थानीय नीति लागू करने का प्रस्ताव लाती है तो उस परिस्थिति में बीजेपी, कांग्रेस, राजद, आजसू सहित तमाम विधायको को असंवैधानिक व जनविरोधी कानून का जमकर विरोध करना चाहिए.
कैलाश यादव ने सभी विधायकों से की मांग
ज्ञातव्य है कि वर्ष 2002 में राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी द्वारा 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करने की कोशिश का दंश पूरे राज्य को झेलना पड़ा था. जिसका खामियाजा राज्य की जनता अभी तक भुगत रही है, इसलिए महागठबंधन सरकार और तमाम विपक्षी पार्टी के विधायकों को राज्य की लगभग साढ़े तीन करोड़ लोगों की जनभावनाओं का ख्याल करते हुए जनविरोधी कानून के खिलाफ आवाज बुलंद करने चाहिए. उन्होंने कहा कि झारखण्ड नवनिर्माण मंच का मांग है कि राज्य में स्थानीयता का आधार राज्य निर्माण वर्ष 15 नवंबर 2000 किया जाय या एक साथ बने उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ राज्य के तर्ज पर स्थानीयता का आधार हो.
13 नवंबर को होगी बैठक
झारखण्ड नवनिर्माण मंच के प्रवक्ता सुनील पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 13 नवंबर 22 को झारखण्ड नवनिर्माण मंच का महत्वपूर्ण बैठक 2 बजे से धुर्वा में होगी.
रिपोर्ट: शाहनवाज