पटना : नीतीश की भाषा- बिहार विधानसभा के शतीकालीन सत्र के दूसरे दिन खूब हंगामा हुआ.
इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपनी मर्यादा को भूल तूम-तड़ाक शब्दों का
प्रयोग करने से भी नहीं चूके. दरअसल सदन में जहरीली शराब पीने से लोगों की हुई
मौत पर विपक्ष सरकार से स्पष्टीकरण मांग कर रहे थे इसी दौरान हंगामा हो गया
और सीएम नीतीश ने तुम तड़ाक की भाषा का इस्तेमाल किया.
इसी पर सदन में खूब हंगामा हुआ. जिसके बाद सदन की कार्यवाही 2ः30 बजे तक स्थगित कर दिया गया.
विजय सिन्हा ने सीएम नीतीश के बयान को बताया धमकी
सदन से बाहर निकलने के बाद बिहार विधानसभा नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान को धमकी बताया.
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मुख्यमंत्री ने अमर्यादित शब्द का उपयोग किया
वो भी विधानसभा सत्र के दौरान. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपना आपा खो चुके हैं.
जहरीली शराब से दर्जन भर से ज्यादा लोग मर चुके हैं. यह ज्वलंत मुद्दा है.
हमने कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया, इस विषय पर मुख्यमंत्री चर्चा ही नहीं करना चाहते हैं.
इस मुद्दे को भटकाने का काम किया जा रहा है.
लोगों की लाश पर भ्रष्ट अधिकारी बना रहे अपनी संपत्ति
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि शराबबंदी कानून को हमने समर्थन किया है.
इस मामले पर हमने सीएम को आगाह भी किया था.
हमने उनसे कहा था कि तंत्र विफल है, जिस कारण से गरीब लोग इसके शिकार हो रहे हैं.
लोगों की लाश पर भ्रष्टाचार अधिकारी अपनी संपत्ति बना रहे हैं.
इस मामले पर नीतीश कुमार को कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन वे हमें धमकी दे रहे हैं.
नीतीश की भाषा: नीतीश की गुंडों जैसी हो गई भाषा
विजय सिन्हा ने कहा कि जब से नीतीश कुमार महागठबंधन और राजद के साथ मिलकर सरकार बनाई है तब से उनकी भाषा गुंडों जैसी हो गई है. एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं बर्बाद हो जाओगे, वहीं दूसरी तरफ तेजस्वी यादव कहते हैं ठंडा देंगे. आखिर ये कौन सी भाषा है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का हर कार्यकर्ता जहरीली शराब के खिलाफ लड़ेगा. बिहार में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह से फेल है. राज्य में हत्या, अपहरण, लूट का माहौल बन चुका है.
मुख्यमंत्री कर रहे बर्बाद करने की बात
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार में जिस तरीके से शराब बिक रही है और मौतें हो रही हैं उसी को लेकर बहस की मांग की गई. जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया. इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देख लेने की बातें की. सदन से बाहर आने के बाद नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि जिस तरीके से मुख्यमंत्री बर्बाद करने की बात कर रहे हैं, अगर वह माफी नहीं मांगते हैं तो सदन हम चलने नहीं देंगे. बिहार में शराब से जिस तरीके से मौतें हो रही हैं, मुख्यमंत्री केवल लीपापोती कर रहे हैं और अनाप-शनाप बोल रहे हैं.
नीतीश की भाषा: अलोकतांत्रिक है मुख्यमंत्री का व्यवहार
उन्होंने कहा कि सदन के भीतर मुख्यमंत्री का व्यवहार पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है. उन्होंने कहा कि पहले तो उनकी माइक को बंद कर दिया और जब बाद में माइक को खोला गया तो नेता प्रतिपक्ष की बातों को प्रोसीडिंग से बाहर करने का आदेश दे दिया गया. जिस तरह से सीएम ने सदन के भीतर बीजेपी के विधायकों के साथ तुम तड़ाक की भाषा का इस्तेमाल किया इसके लिए वे मांफी मांगे, तभी सदन चलेगा. मुख्यमंत्री गुंडाराज को जनताराज बताकर बिहार में शासन नहीं चला सकते हैं.
रिपोर्ट: प्रणव राज