बोकारोः भारत सरकार स्वच्छता अभियान को लेकर भले ही गंभीर है. कई जगहों पर ओडीएफ को लेकर गांवों को शौचमुक्त घोषित कर दिया गया. लेकिन अधिकांश गांव ऐसे हैं जहां आज भी गंदगी के अंबार के साथ साथ खुले में शौच जारी है. लेकिन एक गांव ऐसा भी है जो खुले में शौच से मुक्त है.
हम बात कर रहे हैं बोकारो के ऐसे गांव का जो अपने आप में मिसाल बना हुआ है. जहां एनजीओ द्वारा मुफ्त में शौचालय बनवाकर ग्रामीणों को सौंप दिया गया है. वह गांव है बोकारो के विस्थापित उतरी पंचायत का जट्टाटोला. जहां सेनेटेशन एंड हेल्थ राइट इन इंडिया ने शौचालय निर्माण कराया है. जहां तीन स्टॉफ है, जो 24 घंटे में शौचालय की तीन बार सफाई करते हैं. उपयोगकर्ताओं से फूटी कौड़ी भी नहीं लेते. बल्कि ग्रामीणों को आरओ का पानी आपूर्ति कर शौचालय का व्यवस्था दुरुस्त करते हैं.
महज 5 रुपए में 20 लीटर शुद्ध पानी 200 से अधिक ग्रामीणों को उपलब्ध कराते हैं. उपयोगकर्ताओं का आईडी कार्ड बनाकर उन्हें दिया गया है. संचालक गोपाल कृष्ण शांडिल्य ने बताया कि 191 पुरुष और 66 महिला का निबंधन किया गया है. जिसका उद्घाटन उपायुक्त, एसडीएम, डीडीसी, जिला आपदा पदाधिकारी ने उद्घाटन किया था. तबसे इस गांव का विकास आकाश चूम रहा है.
ग्रामीणों ने सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि महिलाओं को सुविधा दी गई हैं. इस व्यवस्था से 20 रुपए के जगह महज 5 रुपए में शुद्ध पानी भी उपल्ब्ध कराए जा रहे हैं. वहीं ग्रामीण महिला पुरुषों का कहना है कि पहले कई बीमारियों से हम ग्रामीण ग्रसित होते थे. अब स्वस्थ रह रहे है.
रिपोर्टः चुमन कुमार