रांची: आम आदमी पार्टी (आप) ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस से सार्वजनिक बयान देने की मांग की। आम आदमी पार्टी की इस मांगा को कांग्रेस, द्वारा नहीं माने जाने के कारण ही पटना बैठक के बाद हुए प्रेस वार्त मे आम आदमी पार्टी का कोई भी नेता सामिल नहीं हुआ.
आप की यह मांग पटना में बैठक के बाद प्रमुखता से आई है। हालाकी बैठक से पहले भी आप की ओर से इस प्रकार के बयान सामने आ रहे थे लेकिन बैठक के बाद आप की ओर से इस बारे मे अधिकारिक रूप से बात की गई है. यह बैठक भाजपा के खिलाफ संयुक्त विपक्षी मोर्चे की संभावना पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी।
आप ने कहा कि कांग्रेस को अध्यादेश के खिलाफ स्पष्ट बयान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह अध्यादेश भारत की संघीये ढ़ाचे की स्वतंत्रता पर हमला है. कांग्रेस को अध्यादेश के खिलाफ स्पष्ट बयान देना चाहिए, कि संसद के अंदर कांग्रेस अध्यादेश का समर्थन नहीं करेंगे। आप पार्टी की ओ से ये भी कहा गया है कि कांग्रेस अध्यादेश के खिलाफ बयान नहीं देगी तो आम आदमी पार्टी शिमला बैठक में शामिल नहीं होगी.
शिमला बैठक विपक्षी दलों की एक बैठक है जो 12 जून को होने वाली है। यह बैठक भाजपा के खिलाफ संयुक्त विपक्षी मोर्चे की संभावना पर चर्चा के लिए बुलाई जा रही है।
आप की कांग्रेस से सार्वजनिक बयान की मांग ने कांग्रेस को मुश्किल स्थिति में डाल दिया है। कांग्रेस को अध्यादेश के खिलाफ सामने आने के लिए अपनी ही पार्टी के भीतर से दबाव का सामना करना पड़ रहा है। अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या कांग्रेस इस अध्यादेश के खिलाफ बयान देगी या नहीं.