कोडरमा : कोडरमा जिले में माइका मजदूरों को 3 महीने तक जिला प्रशासन परेशान नहीं करेगी और इन 3 महीनों में ढिबरा चुनने के व्यवसाय को लेकर राज्य में नियम कानून तैयार कर लिए जाएंगे. उक्त बातें कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और मांडर विधायक बंधु तिर्की ने कहा.
माइका मजदूरों के समर्थन में अनिश्चितकालीन चक्का जाम का आह्वान कर कोडरमा पहुंचे बंधु तिर्की ने ढिबरा मजदूरों को रियायत देने को लेकर डीसी और एसपी के साथ वार्ता की. जिसके बाद ढिबरा मजदूरों को उन्होंने आश्वस्त किया कि वे 3 महीने तक बगैर प्रशासन के डरे ढिबरा निकाल सकते हैं. लेकिन ढिबरा निकालने के क्रम में मशीनों और बड़ी-बड़ी गाड़ियों का इस्तेमाल प्रतिबंधित रहेगा.
ढिबरा मजदूरों की समस्याओं पर उन्होंने कहा कि 3 महीने जिला प्रशासन भी मजदूरों के साथ रियायत बरतेगा और इन 3 महीने में कांग्रेस पार्टी सरकार पर दबाव बनाकर ढिबरा चुनने के व्यवसाय को लेकर कानून बनवायेगी. उन्होंने कहा कि इन तीन महीनों में सरकार को कानून बनाने के लिए मजबूर किया जाएगा, ताकि व्यवसाय को जीवित रखा जा सके.
गौरतलब है कि कोडरमा जिले में 1980 से पहले दर्जनों माइका की खादाने संचालित थी जो वन अधिनियम लागू होने के बाद बंद कर दी गई. आज भी इन खदानों के बाहर माईका स्क्रैप यानि ढिबरा पर्याप्त मात्रा में जमा है, जिसे चुनकर मजदूर अपना जीविकोपार्जन करते हैं. लेकिन, हाल के दिनों में कोडरमा जिला प्रशासन की सख्ती के बाद यह व्यवसाय पूरी तरह से बंद हो गया है.
रिपोर्ट : कुमार अमित
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