रामगढ़: दुष्कर्म का आरोपित झेल रहे और रामगढ़ थाना की हाजत से फरार हुए आफताब अंसारी उर्फ गुड्डू का शव शनिवार की शाम दामोदर नदी तट से बरामद किया गया। शव मिलने की सूचना के बाद इलाके में तनाव फैल गया। परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव की बरामदगी पर हत्या और पुलिस-हिंदू संगठन की मिलीभगत का आरोप लगाया है।
बताया गया कि गुरुवार देर रात रामगढ़ थाना की हाजत से फरार हुआ आफताब 23 जुलाई को हिंदू टाइगर फोर्स के कार्यकर्ताओं द्वारा दुष्कर्म के आरोप में पकड़ा गया था। आरोप है कि संगठन के सदस्यों ने अर्शी गारमेंट, गोला रोड, चट्टी बाजार से आफताब को पकड़कर मारपीट की और फिर उसे रामगढ़ थाना पुलिस के हवाले कर दिया। वह भुरकुंडा निवासी था और गारमेंट दुकान में सेल्समैन का काम करता था। इसी दुकान में काम दिलाने के बहाने बासल थाना क्षेत्र की एक युवती से दुष्कर्म का आरोप भी आफताब और दुकान संचालक पर लगा था।
दुष्कर्म आरोपित आफताब अंसारी का थाना से फरारी और मौत का रहस्य
24 जुलाई की रात आफताब ने हाजत से भागने की कोशिश की, जिसे पकड़ने के दौरान वह दामोदर नदी के गांधी घाट की ओर अंधेरे में लापता हो गया। अगले दो दिनों तक पुलिस उसे खोजने में विफल रही। शनिवार को जब उसका शव नदी किनारे मिला, तो परिजनों का गुस्सा भड़क उठा।
लोगों का विरोध और सड़क जाम
शनिवार सुबह से ही थाना का घेराव कर रहे परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव मिलने की सूचना के बाद थाना चौक के पास एनएच-33 को जाम कर दिया, सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ की, और पुलिस पर हिंदू संगठन के साथ मिलकर हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आफताब की मौत सामान्य नहीं है और इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
प्रशासनिक कार्रवाई
इस गंभीर मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में रामगढ़ के एसपी अजय कुमार ने थाना प्रभारी डा. प्रमोद कुमार सिंह और ओडी पदाधिकारी सलीमुद्दीन खान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड के जवान अजय करमाली और नीमा चन्द्र महतो को भी हटा दिया गया है। यह कार्रवाई एसडीपीओ पतरातू गौरव गोस्वामी की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई।
प्रशासनिक मौन और लोगों की मांग
इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली और थानों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों की मांग है कि पूरे मामले की न्यायिक जांच कराई जाए और दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
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