टोक्यो : भारतीय महिला हॉकी टीम ने पहली बार क्वार्टर फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रच दिया है। 41 साल बाद भारतीय टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंची है। टीम ने अपने अंतिम दो ग्रुप मैच जीतकर नॉकआउट स्टेज में जगह बनाई। रानी रामपाल की कप्तानी वाली इस टीम का सामना अब ऑस्ट्रेलिया से होगा।
पांच मैचों में दो जीत के साथ पूल ए में भारतीय टीम चौथे स्थान पर रही। भारत ने निचली रैंकिग वाली दक्षिण अफ्रीका टीम को आखिरी ग्रुप मैच में 4-3 से हराकर ओलंपिक क्वार्टर फाइनल में प्रवेश की उम्मीदों को कायम रखा। भारत के लिए वंदना कटारिया ने तीन, जबकि नेहा गोयल ने एक गोल किया था।
वंदना कटारिया ने रचा इतिहास
भारत की वंदना कटारिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इतिहास रच दिया। वंदना भारत की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी हो गई हैं, जिन्होंने ओलंपिक मैच में तीन गोल किया है।
इस जीत के बाद भारत की नजर आयरलैंड और ग्रेट ब्रिटेन के मुकाबले पर थी। भारत को क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए आयरलैंड का हारना जरूरी था, और हुआ भी ऐसा ही। ग्रेट ब्रिटेन ने आयरलैंड को 2-0 से हरा दिया।