बीसीसीएल कर्मी की मौत के बाद ग्रामीणों ने 24 घंटे से कर रखा है सड़क जाम

धनबादः बाघमारा के बीसीसीएल मिनी रत्न से नवाजी गई कोल कम्पनी में काम करने वाले अपने मजदूरो के प्रति बीसीसीएल अधिकारी संवेदनहीन बनी हुई है। श्रमिको के कठिन परिश्रम के कारण कम्पनी उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करती है। उसी मजदूर और उसके परिजनों के प्रति बीसीसीएल के अधिकारी कोई दया नहीं दिखा रहे है।

बीसीसीएल ब्लॉक दो अंतर्गत मधुबन कोलवाशरी में काम करने वाले अनिल चौहान की सोमवार को तबियत बिगड़ने के बाद परिजन सेंट्रल अस्पताल में इलाज के लिये भर्ती करवाते है। जहां मंगलवार देर रात को इलाज के दौरान कर्मी की मौत हो गई। बुधवार को मृतक के परिजनों ने शव को लेकर बीओसीपी 14 नम्बर हाजरी घर लेकर पहुंचे। नियोजन तथा मुआवजा की माँग को लेकर बीओसीपी के काम को बाधित कर धरना पर बैठ गए है।

ये भी पढ़ें- झारखंड प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के बेटे की शादी में शामिल हुए सीएम हेमंत सोरेन

बीसीसीएल प्रबंधन ने अभी तक नहीं ली है सूद

24 घण्टे से अधिक समय बीतने के बावजूद बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा मृतक के परिजनों से कोई वार्ता नहीं की गई है। जिससे परिजनों के साथ यूनियन नेताओं में आक्रोश है। मृतक के परिजन नियोजन मुआवजा के बिना शव उठाने तथा दाह संस्कार करने से इनकार कर दिए है। वहीं नियोजन को लेकर संयुक्त मोर्चा यूनियन प्रतिनिधियों के साथ बीसीसीएल दूसरे दिन वार्ता कर रही है। लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है।

नियोजन की मांग को लेकर प्रदर्शन

वही मृतक परिजनों के पक्ष में आये समाजसेवी कन्हाई चौहान ने कहा कि अनिल चौहान के शव के साथ परिजन नियोजन मुआवजा की मांग को लेकर 24 घण्टे से धरने पर है। लेकिन बीसीसीएल संवेदनहीन बनी हुई है। अपने मृतक कर्मी और उनके परिजनों के प्रति उदासीन बनी हुई है। जब तक नियोजन मृतक आश्रित को नहीं दिया जाता शव को नहीं हटाएंगे।

ये भी पढ़ें- लोबिन हेंब्रम के पीछे हैं कुछ लोग, उन्ही के इशारे पर हो रही बयानबाजी, JMM का आरोप

वहीं मृतक के पुत्र ने कहा पिता की मौत अस्पताल में हो गई है। पिताजी मधुबन कोलवाशरी में काम करते थे। 24 घण्टे से शव के साथ धरने पर है। कोई बीसीसीएल अधिकारी सुध लेने तक नहीं पहुँचा है। जब तक माँग पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा।

Share with family and friends: