राज्यपाल के आदेश के बाद हरकत में आया प्रशासन, यूनिवर्सिटी में क्लास होंगे नियमित

रांची: रांची यूनिवर्सिटी (RU) में अब कक्षाओं के नियमित संचालन को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। शनिवार को जारी किए गए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) के तहत अब सभी शिक्षकों को सुबह 10:30 बजे से शाम 4 बजे तक अपने विभाग या कॉलेज में उपस्थित रहना अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं, नॉन-टीचिंग स्टाफ के लिए समय सीमा सुबह 10:30 से शाम 5 बजे तक निर्धारित की गई है।

SOP के अनुसार, अगर किसी शिक्षक को किसी कार्य से बाहर जाना हो, तो उन्हें विभागाध्यक्ष (HOD) या प्राचार्य (Principal) से अनुमति लेनी होगी और इसे एक रजिस्टर में दर्ज करना होगा। HOD को डीन से और डीन व प्राचार्य को कुलपति से बाहर जाने की पूर्व अनुमति लेनी होगी।

राज्यपाल के हस्तक्षेप के बाद आया बदलाव

यह निर्णय राज्यपाल सह कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार के हस्तक्षेप के बाद आया है। हाल ही में छात्र आजसू के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बबलू महतो के नेतृत्व में छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मिलकर शिकायत की थी कि रांची यूनिवर्सिटी और डीएसपीएमयू (DSPMU) जैसे प्रमुख विश्वविद्यालयों में स्थायी एवं वरीय शिक्षक नियमित रूप से कक्षाएं नहीं लेते हैं।

इसपर राज्यपाल ने गंभीर संज्ञान लेते हुए संबंधित कुलपतियों को सख्त निर्देश दिए कि कक्षाओं का नियमित संचालन सुनिश्चित किया जाए।

शिक्षकों की भारी कमी बनी बड़ी चुनौती

हालांकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने क्लास संचालन को लेकर जवाबदेही तय कर दी है, लेकिन शिक्षकों की भारी कमी इस प्रयास में सबसे बड़ी बाधा बनकर उभर रही है। कई कॉलेजों में ऐसे आधा दर्जन विषय हैं, जिनमें एक भी स्थायी शिक्षक नहीं है। ऐसे में सिर्फ दिशा-निर्देश जारी करने से लक्ष्य की प्राप्ति संभव नहीं है, जब तक कि शिक्षकों की संख्या नहीं बढ़ाई जाती।

निरंतर निरीक्षण और कार्रवाई शुरू

विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब शिक्षकों की उपस्थिति और कक्षा संचालन पर पैनी नजर रखना शुरू कर दिया है। कुलपति डॉ. अजीत कुमार सिन्हा स्वयं क्लास निरीक्षण कर रहे हैं। अनुपस्थित शिक्षकों को शोकॉज नोटिस जारी किया जा रहा है और उनसे स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। इसका असर भी अब दिखने लगा है — मोरहाबादी स्थित पीजी विभागों में शिक्षकों की उपस्थिति में वृद्धि देखी जा रही है।

डीन को भी निर्देशित किया गया है कि वे अपने अधीन विभागों का निरीक्षण करें और रिपोर्ट कुलपति को भेजें। HODs को यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है कि उनके विभाग में रूटीन के अनुसार कक्षाएं संचालित हो रही हैं।

 

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