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Desk. भारतीय वायुसेना(IAF)के एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने वायुसेना के 93वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के दौरान पाकिस्तान के हवाई अड्डों और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हुए कथित सटीक हमलों की विस्तृत जानकारी दी। एयर चीफ ने बताया कि इन हमलों से पाकिस्तान की हवाई ताकत को जमीन और हवा दोनों पर भारी झटका लगा है और वायु सेना के पास इसके स्पष्ट सबूत मौजूद हैं।
‘ऑपरेशन सिन्दूर’ को लेकर एयर चीफ का दावा
एयर चीफ ने दावा कि, ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान पाकिस्तान के कई हवाई अड्डों, रडार सिस्टम और कमांड‑एंड‑कंट्रोल केंद्रों को लक्षित कर भारी क्षति पहुंचाई गई। कम से कम 4 रडार, 2 कमांड‑एंड‑कंट्रोल सेंटर, 2 रनवे, तथा 3 हैंगर/टारमैक क्षतिग्रस्त किया गया। हैंगरों में रखे विमानों में निशान मिले, इनमें F‑16 बेस के हैंगर भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि, हैंगरों/टारमैक पर एक C‑130 प्रकार का ट्रांसपोर्ट विमान, एक AWACS/एयरबोर्न वॉर्निंग‑एंड‑कंट्रोल विमान और लगभग 4–5 फाइटर विमानों के नष्ट होने के निशान मिले। साथ ही एक SAM (सरफेस‑टू‑एयर मिसाइल) सिस्टम भी पूरी तरह नष्ट हुआ।
एयर चीफ ने बताया कि लंबी दूरी की एक स्ट्राइक (~300 किलोमीटर से अधिक) में AWACS/सिगइंट विमान गिराया गया। वायु रक्षा ने 5 हाई‑टेक फाइटर (F‑16 और JF‑17 श्रेणी) को भी निष्क्रिय किया। कुल मिलाकर जमीन और हवा में पाकिस्तान के लगभग 9–10 फाइटर विमानों के नुकसान का दावा किया गया। एयर चीफ ने कहा, “हमने सिर्फ एक रात में दुश्मन को घुटनों पर ला दिया। हमारे हमले सटीक थे और न्यूनतम नुकसान के साथ लक्ष्य हासिल हुआ।”
1971 के बाद का सबसे विनाशकारी अभियान
उन्होंने ऑपरेशन सिन्दूर को 1971 के बाद का सबसे विनाशकारी अभियान करार दिया गया। सभी सेनाओं (थल, वायु, नौसेना) के समन्वय और लॉन्ग‑रेंज SAM मिसाइलों को अभियान की सफलता में निर्णायक बताया गया। उन्होंने कहा कि वायुसेना ने ऑपरेशन के वीडियोज और कैमरा‑फीड संकलित कर रखे हैं, आवश्यकता पर और जानकारी साझा की जा सकती है।