पटना : केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने रांची में शुक्रवार को बिहार के मंत्री नितिन नवीन पर
हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मामले में अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार करे.
इस मामले को लेकर केंद्र सरकार भी नजर बनाए हुए हैं.
उन्होंने नूपुर शर्मा के द्वारा दिए गए बयान पर साफ तौर पर कहा है कि
ऐसे बयानों से लोगों को बचना चाहिए. उन्होंने इस बयान की निंदा की है.
बाल-बाल बचे मंत्री नितिन नवीन
बता दें कि मेन रोड में उपद्रवियों के द्वारा पथराव के दौरान बिहार के मंत्री नितिन नवीन फंस गये. उपद्रवियों ने उनको भी नहीं बख्शा. उनके गाड़ी पर पथराव किया, उन्होंने किसी तरह अपनी जान बचाई. बताया जाता है कि पुलिस की व्यवस्था काफी लचर रही. पुलिस ने बिहार के मंत्री को स्कॉर्ट उपलब्ध करा दिया, लेकिन सुरक्षित रास्ता नहीं बताया, नतीजा ये हुआ कि उनका काफिला उपद्रव में फंस गया. इसके बाद उन्होंने किसी तरह अपनी जान बचाई.
भगवान ने बचा ली जान- मंत्री
अपने ऊपर हुए हमले पर उन्होंने कहा कि भगवान ने जान बचा ली. 10 मिनट के लिए लगा कि अब जीवन खत्म हो जाएगा. भीड़ पागल की तरह गाड़ी पर हमला कर रही थी. गाड़ी पर चारों तरफ से रॉड-डंडे और ईंट-पत्थर गिर रहे थे. गाड़ी का एक भी शीशा नहीं बचा. गाड़ी धीरे-धीरे आगे बढ़ती रही. तौलिया, बैग आदि से खुद का बचाव किया. इस कारण किसी को गंभीर चोट नहीं आई.
पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने आये थे मंत्री
मंत्री ने बताया कि शुक्रवार की सुबह पटना में एमपी-एमएलए कोर्ट में गवाही देने के बाद रांची स्थित कैपिटल हील में पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने आया था. आचार संहिता के कारण गेस्ट हाउस के बजाय होटल में रूके हैं. सड़क पर हंगामा और रोड़ेबाजी की सूचना पर काफी दर तक होटल में रूका रहा. लोगों ने जानकारी दी कि सड़ पर स्थिति अब सामान्य हो गई है. अपराह्न साढ़े तिन बजे काली मंदिर के पास अचानक दर्जनों की संख्या में लोग स्कॉट पार्टी और मेरी गाड़ी को घर कर हमला कर दिया. स्कॉर्ट पार्टी दूसरी दिशा में निकल गई. भीड़ से सिर्फ मारो-मारो की ही आवाज आ रही थी.
चालक की तत्परता से बची जान
बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन शुक्रवार को हिंसक भीड़ के हत्थे चढ़ने से बाल-बाल बच गए. जब उपद्रवी रांची के मेन रोड में हिंसा पर उतारू थे, तभी उनका कारकेड सायरन बजाता हुआ वहां से गुजर रहा था. वे जिस गाड़ी पर सवार थे, उस पर भाजपा का झंडा लगा था. उपद्रवियों ने देखते ही देखते उनकी गाड़ी के सारे शीशे तोड़ डाले. चालक की तत्परता के कारण उनका कारकेड वहां से किसी तरह निकल पाया. इस बीच मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने साहस का परिचय देते हुए उन्हें भीड़ के चंगुल से बाहर निकाला.
रिपोर्ट: शक्ति