मुंगेर : एशिया का सबसे बड़ा रेल कारखाना जमालपुर 163वां स्थापना दिवस मना रहा है। जिसको लेकर समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जमालपुर रेलवे के पदाधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। जमालपुर रेल कारखाना के सीडब्ल्यूएम ने रेल कर्मचारियों के उत्कृष्ट योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
ब्रिटिश काल के ज़माने का रेल इंजन कारखाना जमालपुर आज 163वां स्थापना दिवस मनाया। जमालपुर रेल के रेल कारखाना आज अपने में को यादों को संजोए हुए है। कहा स्टीम लोको मोटिव के लिया बना कारखाना आज अपने को अत्याधुनिक करते करते डीजल और अब इलेक्ट्रिक लोको मोटिव कारखाना में बदलने लगा है। यहां के कुशल रेल कर्मी नित नए चीजों को अपना रेल को गीतिशील बनाए रखने में अपना अहम योगदान निभाने में सफल है।
स्थापना दिवस के मौके पर जमालपुर मुख्य कारखाना प्रबंधक ने कहा कि इस कारखाना के कर्मचारियों ने अपने कुशल कारीगरी से देश को बहुत कुछ देने का काम किया है। इस रेल कारखाना के कर्मचारियों को रेल्वे की और से जो भी काम दिया गया उसे चाइलेन्जिग के रूप में लेकर ससमय पूरा करने का काम किया है। हमे उम्मीद है कि जमालपुर रेल कारखाना भविष्य में और ऊंचाईयों को छुएगा। ये कारखाना ने स्थापित काल से कई उतार चढाव भी देखे है स्टीम इंजन के मरम्मती से लेकर निर्माण कार्य तक का कार्य करने का काम किया है। उसके बाद अलग अलग रूपों में चेज होते हुए डीज़ल लोकों, वेगन, poh और जमालपुर जेक का निर्माण साथ ही 140 टन क्रेन का निर्माण करने का काम कर भारतीय रेल के विकास में अहम भूमिका निभाई है।
अम्रितेश सिन्हा की रिपोर्ट