बीजेपी की परिवर्तन यात्रा का क्या है उद्देश्य, बाबूलाल ने बताया, जानिए क्या-क्या कहा

बाबूलाल मरांडी

रांची. बीजेपी की परिवर्तन यात्रा को लेकर प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सांसद दीपक प्रकाश और प्रदीप वर्मा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान बाबूलाल मरांडी ने कहा कि परिवर्तन यात्रा पूरे झारखंड में संगठन के दृष्टिकोण से 6 हिस्सों में बांटा गया है । सभी 6 प्रमंडलों से 6 यात्रा प्रारंभ होगी और सभी 81 विधानसभा से गुजरेगी और 200 प्रखंड तक जाएगी। कुल 5400 किलोमीटर की यात्रा होगी। रात में यात्रा जहां रुकेगी, वहां भी समाज के लोगों के साथ मिलना जुलना होगा। ये यात्रा 10 दिनों की होगी। इसमें 50 से ज्यादा नेता शामिल होंगे। यात्रा किसी न किसी धार्मिक या ऐतिहासिक स्थल से शुरू होगी।

बीजेपी की परिवर्तन यात्रा का उद्देश्य

उन्होंने कहा कि यह यात्रा- जेएमएम, कांग्रेस और राजद के नेतृत्व में चल रही सरकार की वादाखिलाफी, झारखंड की बदलती डेमोग्राफी, आदिवासियों की घटती आबादी, जो चिंता का विषय है, बांग्लादेशी घुसपैठ, जिसे राज्य सरकार मानने को तैयार नहीं है- को लेकर है। उन्होंने कहा कि यात्रा का नारा होगा- ‘न सहेंगे न कहेंगे बदल के रहेगें’। उन्होंने कहा कि झारखंड के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाया है। हेमंत सोरेन की सरकार पांच साल तक लूटने में लगी रही। झारखंड में जनता की बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल रही है। एक अन्य नारा होगा- ‘हेमंत सोरेन जवाब दो पांच साल का हिसाब दो’।

उन्होंने कहा कि यात्रा का संकल्प होगा- ‘बेटी , रोटी और माटी की रक्षा’। उन्होंने कहा कि परिवर्तन यात्रा की शुरुआत पलामू में नगर उतारी से, हजारीबाग में भद्रकाली मंदिर से, संथाल में भोगनाडीह से, धनबाद में झारखंडी धाम, गिरिडीह, कोल्हान में चितेसवर धाम से शुरु होगी। यह यात्रा संथाल परगना में 20 सितम्बर से शुरू होगी।

वहीं जेएमएम के द्वारा पीएम के यात्रा के दौरान 9 घंटे रोड ब्लॉक रखने के आरोप पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी ने कोई NH को ब्लॉक नहीं किया, प्रशासन ने क्या किया नहीं पता। देश के पीएम इतना रोड से ट्रेवल करके कभी नहीं गए। पीएम का झारखंड के प्रति इतना प्रेम है कि वो सड़क मार्ग से 120 किलोमीटर चले गए और वापस आए। इस सरकार ने तो पूरे पांच साल इस प्रदेश को बंधक बना कर रखा है।

‘परिवर्तन यात्रा ऐतिहासिक होगी’

वहीं परिवर्तन यात्रा के संयोजक दीपक प्रकाश ने बताया कि यह यात्रा सत्ता परिवर्तन के साथ-साथ व्यवस्था परिवर्तन का भी संवाहक होगा। यह यात्रा जनता की आकांक्षाओं का प्रतीक बनेगी। केवल हेमंत सोरेन की सरकार की वादाखिलाफी को लेकर नहीं, बल्कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने जो बेहतर काम किया है, उसको भी जनता को बताएंगे। केंद्र सरकार की जिन योजनाओं को राज्य सरकार ने लटकाने, भटकाने और अटकाने का काम किया, उसको भी जनता को बताएंगे। यह यात्रा ऐतिहासिक होगी।

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