गेतलसूद डैम में मछलियों की मौत के मामले में बादल पत्रलेख ने दिया जांच का आदेश

रांची: अनगड़ा स्थित गेतलसूद डैम में मछलियों की मौत से हड़कंप मच गया है। विभागीय मंत्री बादल पत्रलेख ने इसे गंभीरता से लेते हुए मछलियों की मौत की जांच के आदेश विभागीय सचिव को दिए हैं।

मंत्री ने कहा कि गेतलसूद में कुल 24 केज हैं, जिनमें से 4 केज में मछलियों की मौत हुई है। समिति के अध्यक्ष की मानें तो करीब 8 हजार मछलियों की मौत हुई है, जबकि महेशपुर केज में सभी मछलियां सुरक्षित हैं।

मंत्री बादल पत्रलेख के आदेश के बाद, विभाग के सचिव ने जिला मत्स्य पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि रविवार को मामले की जांच करें और मत्स्य पालकों को बीज और सीड दोनों उपलब्ध कराएं। अगर जल किसी कारण से प्रदूषित हुआ है, तो जांच कर अविलंब रिपोर्ट करें।

ज्ञात है कि गेतलसूद डैम में केज लगाकर मछली पालन किया जाता है, और इसमें राज्य सरकार का मत्स्य विभाग मत्स्य पालकों को सहयोग करता है।

यहां मछली पालन कर बड़ी संख्या में मत्स्य पालक अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। इस डैम में फ्लोटिंग सोलर सिस्टम लगाने के सरकारी पहल का मत्स्य पालकों ने पुरजोर विरोध किया था। इस बीच, 4 केज में मछलियों की मौत से मत्स्य पालक सदमे में हैं।

अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है कि आखिर मछलियों की मौत कैसे हुई है। इस घटना के पीछे एक बड़ी साजिश की भी आशंका जताई जा रही है, क्योंकि अन्य केज की मछलियां सुरक्षित हैं। अब जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि आखिर मछलियों की मौत कैसे हुई है।